सुखबीर बादल का दावा- भगवंत मान को नशे के कारण विमान से उतारा; AAP ने नकारा
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मान को नशे के कारण जर्मनी के फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर लुफ्थांसा एयरलाइंस की उड़ान से उतारा गया था। उनके इस कार्य ने देश के पंजाबियों को शर्मसार कर दिया है। इतना ही नहीं बादल ने मुख्यमंत्री मान और आम आदमी पार्टी (AAP) संयोजक अरविंद केजरीवाल से मामले पर सफाई देने को को भी कहा है।
बादल ने ट्वीट कर लगाया आरोप
बादल ने ट्वीट किया, 'सह-यात्रियों के हवाले से मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को लुफ्थांसा फ्लाइट से उतारा गया, क्योंकि वह बहुत नशे में थे और चलने की हालत में भी नहीं थे। इस वजह से फ्लाइट में चार घंटे की देरी हुई।' उन्होंने लिखा, 'मुख्यमंत्री मान AAP के नेशनल अधिवेशन में शामिल नहीं हो सके। इन रिपोर्टों ने शर्मिंदा किया है और पूरी दुनिया में पंजाबियों को शर्मसार किया है।'
बादल ने घटना पर मांगा स्पष्टीकरण
बादल ने मामले में पंजाब सरकार की आलोचना करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने ट्वीट किया, 'हैरानी की बात यह है कि पंजाब सरकार अपने मुख्यमंत्री मान से जुड़ी इन खबरों पर खामोश है। अरविंद केजरीवाल को मामले पर सफाई देनी चाहिए। भारत सरकार को कदम उठाना चाहिए, क्योंकि इसमें पंजाबी और राष्ट्रीय गौरव शामिल है। अगर उन्हें विमान से उतारा गया था, तो सरकार को अपने जर्मन समकक्ष के साथ इस मुद्दे को उठाना चाहिए।'
भाजपा और कांग्रेस ने साधा निशाना
इस मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही पंजाब सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा के सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि भगवंत मान ने केजरीवाल से ये वादा किया था कि वो इंडिया में शराब को हाथ नहीं लगाएंगे, लेकिन यह वादा विदेश के लिए नहीं था। इसी तरह दिल्ली कांग्रेस ने ट्वीट किया, 'एक बड़ी शर्म की बात! पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को भारी शराब के नशे में होने के कारण विमान से उतारा गया।'
AAP ने किया आरोपों को खारिज
इधर, पूरे मामले में AAP ने बादल के आरोपो को खारिज कर दिया है। AAP प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने कहा, "मुख्यमंत्री अपने कार्यक्रम के अनुसार लौटे हैं। उन्होंने 18 सितंबर को जर्मनी से वापसी की उड़ान भरी थी और 19 सितंबर को दिल्ली उतरना था। विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोप निराधार, बकवास और झूठा प्रचार है।" उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री अपनी इस यात्रा से कुछ निवेश हासिल कर रहे हैं। इससे विपक्ष बौखला गया है।"
विमान परिवर्तन के कारण हुई थी उड़ान में देरी
इस बीच, लुफ्थांसा एयरलाइंस द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "देरी से आने वाली एक उड़ान और एक अन्य विमान के परिवर्तन के कारण हमारी फ्रैंकफर्ट से दिल्ली के लिए आने वाली उड़ान में देरी हुई थी। डाटा सुरक्षा कारणों से हम व्यक्तिगत यात्रियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकते हैं।" हालांकि, एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि मुख्यमंत्री मान खराब स्वास्थ्य के कारण निर्धारित समय के लिए बुक फ्लाइट में सवार नहीं हुए थे।
पहले भी मुख्यमंत्री मान पर आरोप लगा चुके हैं बादल
इससे पहले 31 अगस्त को बादल समेत एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को ज्ञापन सौंपकर राज्य की आबकारी नीति की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की मांग की थी। बादल ने कहा था कि पंजाब की आबकारी नीति में दिल्ली की तरह ही घोटाला हुआ है। इस नीति के तहत सरकार ने करीब 500 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया है। ऐसे में वह दिल्ली की तरह पंजाब में भी मामले की CBI जांच की मांग करते हैं।