विधानसभा चुनाव: सिक्किम में SKM की प्रचंड जीत, अरुणाचल प्रदेश में फिर बनी भाजपा की सरकार
सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम आ गए हैं। सिक्किम में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) ने 32 में से 31 सीटों पर प्रचंड जीत दर्ज की है, जबकि विपक्षी पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) को मात्र एक सीट पर जीत नसीब हुई है। अरुणाचल प्रदेश में भाजपा 46 सीटें जीतकर दोबारा से सत्ता में बनी रहने में कामयाब रही है। नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPEP) को 5 सीटों पर जीत मिली है।
7,000 वोटों से जीते मुख्यमंत्री तमांग
सिक्किम के मुख्यमंत्री और SKM उम्मीदवार प्रेम सिंह तमांग ने रेनॉक विधानसभा सीट से 7,044 वोटों से जीत दर्ज की। उन्होंने SKF को सोमनाथ पोड्याल को हराया। बारफुंग सीट से SDF उम्मीदवार और भारतीय फुटबॉल टीम के खिलाड़ी रहे बाइचुंग भूटिया SKM के रिक्शल दोरजी भूटिया से हार गए हैं। सांघा सीट से SKM के सोनम लामा ने भाजपा के सेतेन ताशी भूटिया को करीब 700 वोटों से हरा दिया है।
सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री चामलिंग दोनों सीटें हारे
सिक्किम में SDF के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ा था और वे दोनों हार गए हैं। नामचेबुंग सीट पर उन्हें SKM के राजू बासनेट ने 2,256 वोटों से हरा दिया है। पोकलोक-कामरांग सीट पर उन्हें SKM के ही भोज राज राय ने 3,063 वोटों से शिकस्त झेलनी पड़ी है। बता दें कि चामलिंग के नाम सबसे लंबे समय तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड है।
अरुणाचल प्रदेश में किसे मिली कितनी सीट?
अरुणाचल में NPEP को 5, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को 3, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (PPA) को 2, कांग्रेस को एक और निर्दलीय उम्मीदवारों को 3 सीटों पर जीत मिली है।
अरुणाचल प्रदेश की अहम सीटों पर क्या रहे नतीजे?
मुख्यमंत्री पेमा खांडू मुक्तो सीट पर पहले ही निर्विरोध जीत दर्ज कर चुके हैं। उप मुख्यमंत्री चौना मीन भी चौखाम सीट से पहले ही निर्विरोध जीत चुके हैं। पासीघाट पश्चिम से भाजपा के निनॉन्ग एरिंग और तवांग से NPP के नामगे सिरंग ने जीत दर्ज की है। भाजपा ने बोमडिला, चौखाम, ह्युलियांग, ईटानगर, मुक्तो, रोइंग, सागली, ताली, तलिहा और जीरो हापोली सहित 10 सीटें पहले ही निर्विरोध जीत ली हैं।
सिक्किम में पिछले चुनावों के क्या थे नतीजे?
पिछले चुनावों में सिक्किम में SKM ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी और SDF को 15 सीटें मिली थीं। इसके बाद तमांग पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने 24 साल से भी ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री रहे चामलिंग को सत्ता से बाहर कर दिया था। 2014 के चुनावों में SKM ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी और राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।
अरुणाचल प्रदेश में क्या थे पिछले चुनावों के परिणाम?
2019 के अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 41 सीटें जीती थीं और पेमा खांडू फिर से मुख्यमंत्री बने थे। कांग्रेस ने केवल 4 सीटें जीतीं, जबकि जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने 7 और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने 5 सीटें जीती थी। 2 सीट पर निर्दलीय और एक पर अरुणाचल पीपुल्स पार्टी (PPA) विजयी हुई थी। अरुणाचल प्रदेश की 60 सीटों में से बहुमत के लिए 31 पर जीत जरूरी है।