मध्य प्रदेश में हुआ शिवराज कैबिनेट का पहला विस्तार, सिंधिया समर्थित 11 विधायक बने मंत्री
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश में गत मार्च महीने में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को गिराकर सत्ता पर काबिज होने वाली भाजपा की शिवाराज सिंह सरकार के पहले कैबिनेट का विस्तार गुरुवार को हो गया।
इसमें कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थित विधायकों का बोलबाला रहा।
इस विस्तार में कुल 28 मंत्री बनाए गए हैं। इसमें 20 कैबिनेट और आठ राज्यमंत्री हैं। कैबिनेट विस्तार में 11 सिंधिया समर्थित विधायकों को जगह मिली है।
सफलता
सिंधिया समर्थित इन विधायकों को मिली मंत्रिमंडल में जगह
शिवराज कैबिनेट के विस्तार में सिंधिया समर्थित जिन विधायकों को जगह मिली है, उनमें इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युमन सिंह तोमर, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, डॉ प्रभुराम चौधरी, ओपीएस भदौरिया, सुरेश धाकड़, बृजेन्द्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोतिया शामिल हैं।
इसी तरह कांग्रेस विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होने वाले निर्दलीय विधायक हरदीप सिंह डंग भी मंत्रिमंडल में जगह पाने में सफल रहे हैं।
इसके अलावा तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत अप्रैल में ही मंत्रीमंडल में शामिल हो चुके हैं।
कैबिनेट
इन मंत्रियों ने ली कैबिनेट मंत्री की शपथ
गुरुवार सुबह आयोजित हुए शपथ ग्रहण समारोह में सभी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की।
इस दौरान गोपाल भार्गव, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेंद्र सिंह, एंदल सिंह कसाना और बृजेंद्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, ओम प्रकाश सकलेचा, उषा ठाकुर, प्रेम सिंह पटेल, हरदीप सिंह डंग, महेंद्र सिंह सिसोदिया, अरविंद सिंह भदौरिया, डॉ मोहन यादव और राज्यवर्धन सिंह ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।
जानकारी
इन्होंने ली राज्यमंत्री की शपथ
कैबिनेट मंत्रियों के शपथ लेने के बाद भारत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, रामकिशोर कांवरे, बृजेंद्र सिंह यादव, गिरिराज डंडोदिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया ने राज्यमंत्री के रूप में पद औश्र गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। इस दौरान मंत्रियों में एकजुटता दिखी।
शपथ
प्रभारी राज्यपाल के रूप में आनंदीबेन पटेल ने दिलाई शपथ
कैबिनेट के विस्तार के बाद प्रभारी राज्यपाल के रूप में आनंदीबेन पटेल ने सभी कैबिनेट और राज्य मंत्रियों को पद औश्र गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की तबीयत खराब होने के कारण उनका इलाज जारी है।
ऐसे में मंत्रिमंडल के विस्तार को देखते हुए बुधवार को ही उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर अतिरिक्त कार्यभार संभाला था।
शिरकत
समारोह में शामिल होने के लिए सुबह भोपाल पहुंचे सिंधिया
मंत्रिमंडल विस्तार समारोह में शामिल होने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया गुुरुवार सुबह ही भोपाल पहुंचे। शपथ ग्रहण समारोह में उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।
समारोह के बाद वह भाजपा में शामिल हुए 22 पूर्व विधायकों के साथ मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित होने वाली बैठक के लिए रवाना हो गए।
बताया जा रहा है कि सिंधिया शुक्रवार को भी कुछ अन्य नेताओं को भाजपा में शामिल कराकर पार्टी को मजबूत करने का प्रयास करेंगे।
बयान
मंथन में अमृत निकलता है, विष शिव पी जाते हैं- शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मंत्रियों के नामों को लेकर हो रही खींचतान की खबरों पर कहा था कि जब भी मंथन होता है तो अमृत निकलता है। अमृत तो बंट जाता है, लेकिन विष शिव पी जाते हैं।
इस बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि मंथन से निकले विष को तो अब रोज ही पीना पड़ेगा। मंथन इतना लंबा हो गया कि अमृत तो निकला नहीं, सिर्फ विष ही विष निकला है।
पृष्ठभूमि
23 मार्च को शिवराज सिंह ने चौथी बार ली थी मुख्यमंत्री पद की शपथ
गत 10 मार्च को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने 22 समर्थित विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके कारण कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी और मुख्यमंत्री कमलनाथ को 20 मार्च को मजबूरन पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
इसके बाद लॉकडाउन की घोषणा से एक दिन पूर्व यानी 23 मार्च को शिवराजसिंह चौहान ने मुख्यमंत्री के रूप में चौथी बाद शपथ ग्रहण की थी। उस दौरान कुछ ही मंत्री बनाए गए थे।