महाराष्ट्र: एकनाथ शिंदे का जल्द मुंबई आने का ऐलान, अविश्वास प्रस्ताव लाने पर कर रहे विचार
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने कहा है कि वो जल्द मुंबई लौटेंगे। असम के गुवाहाटी पहुंचने के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए शिंदे ने कहा, "मेरे साथ गुवाहाटी में 50 लोग (विधायक) हैं। वो खुद से और हिंदुत्व के लिए आए हैं। हम सभी जल्द ही मुंबई जाएंगे।" उन्होंने कहा कि वो बालासाहेब ठाकरे की विरासत को आगे बढ़ाएंगे। शिंदे के इस ऐलान के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज कैबिनेट की बैठक बुलाई है।
40 से अधिक शिवसेना विधायकों के साथ गुवाहाटी में ठहरे हुए हैं शिंदे
शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने वाले शिंदे इस समय असम के गुवाहाट के रैडिसन ब्लू होटल में ठहरे हुए हैं। उनके साथ शिवसेना के 40 से अधिक विधायक हैं। उनकी बगावत के कारण महाराष्ट्र की शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के गठबंधन की सरकार संकट में आ गई है और उस पर गिरने का खतरा मंडरा रहा है। अगर शिंदे खेमा समर्थन वापस लेता है तो सरकार अल्पमत में आ जाएगी।
ठाकरे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहे शिंदे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिंदे मुंबई आकर ठाकरे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को समर्थन वापस लेने का पत्र नहीं भेजा है और किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने इस संबंध में वकीलों से चर्चा की है। NDTV के सूत्रों की मानें तो राज्यपाल मामले का स्वतः संज्ञान से सकते हैं और इसी हफ्ते ठाकरे से बहुमत साबित करने को कह सकते हैं।
बहुमत परीक्षण कराने की कोशिश को कोर्ट में चुनौती दे सकते हैं ठाकरे
इन अटकलों के बीच उद्धव ठाकरे भी बहुमत परीक्षण कराने की किसी भी कोशिश को कोर्ट में चुनौती देने के विकल्प पर अपने कानूनी सलाहकारों से चर्चा कर सकते हैं। उन्होंने संपर्क में चल रहे बागी विधायकों से वापस आने को भी कहा है।
भाजपा का अपने विधायकों को मुंबई या इसके आसपास रहने का निर्देश
भाजपा भी बहुमत परीक्षण के लिए तैयारी में जुट गई है और उसने अपने सभी विधायकों को मुबंई या इसके आसपास रहने को कहा है ताकि अविश्वास प्रस्ताव आने पर सभी वोटिंग के लिए उपलब्ध हो सकें। सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि ठाकरे की सरकार गिरने पर भाजपा शिंदे गुट के साथ सरकार बनाने के लिए तैयार है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज दिल्ली भी गए हैं जहां वो मामले पर गृह मंत्री अमित शाह से विचार-विमर्श करेंगे।
विधानसभा में क्या हैं समीकरण?
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा का संख्याबल अभी 285 है। बहुमत का आंकड़ा 143 है। अभी तक महा विकास अघाड़ी गठबंधन के पास 151 विधायकों का समर्थन था। शिंदे 40 शिवसेना विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं, ऐसे में गठबंधन के पास मात्र 111 विधायक रह गए हैं। ऐसे में बहुमत परीक्षण होने पर ठाकरे सरकार गिर जाएगी। हालांकि शिंदे खेमे का रास्ता भी आसान नहीं है और उन्हें अपनी सदस्यता खोनी पड़ सकती है।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला, डिप्टी स्पीकर को नोटिस
महाराष्ट्र का ये सियासी संकट सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है और शिंदे गुट के बागी विधायकों ने उनके खिलाफ कार्रवाई को रोकने के लिए याचिका दायर की है। कल इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर नरहरि सीताराम जिरवाल, शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु, विधायक दल के नेता अनिल चौधरी और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया। अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी। तब तक बागी विधायकों की सदस्यता रद्द नहीं की जा सकेगी।