जो हमारे विधायकों को फोड़ने की कोशिश करेगा हम उनका सिर फोड़ देंगे- शिवसेना विधायक
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच शिवसेना के एक विधायक ने कहा है कि अगर कोई भी शिवसेना के विधायकों को फोड़ने की कोशिश करेगा तो उसका सिर फोड़ दिया जाएगा।
शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार ऐसा करने वालों के पांव तोड़ने की बात भी कह रहे हैं।
विधायकों की तोड़फोड़ के खिलाफ दिए गए इस बयान में सत्तर ने "शिष्टता" भी दिखाई है और कहा है कि ऐसे लोगों के लिए दवा का इंतजाम भी शिवसेना करेगी।
बयान
सत्तार ने अपने बयान को बताया भाजपा नेताओं के लिए इशारा
गुरूवार को समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए सत्तार ने कहा, "कोई भी अगर शिवसेना के विधायकों को फोड़ने की कोशिश करेगा तो हम उनका सिर फोड़ देंगे। उसके साथ-साथ पांव भी तोड़ देंगे। लेकिन दवाखाने का इंतजाम भी शिवसेना करेगी। उनके लिए एक एंबुलेंस भी तैयार रहेगी।"
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "लोगों के बीच में जो नए-नए पुड़िया छोड़ने का काम भाजपा के नेता कर रहे हैं उनके लिए ये इशारा है।"
ट्विटर पोस्ट
सुनें विधायक जी के बोल
#WATCH Abdul Sattar, Shiv Sena MLA: Koi bhi agar Shiv Sena ke MLA ko phorne ki koshish karega toh hum unka sar phorh denge, uske sath uska paon bhi torh denge, lekin dawakhane ka bhi intezam Shiv Sena karegi. Unke liye ambulance bhi tayar rahegi. pic.twitter.com/fno4KFXWpx
— ANI (@ANI) November 21, 2019
सरकार गठन
कल हो सकती है शिवसेना-NCP-कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की घोषणा
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की बातचीत अपने अंतिम दौर पर पहुंच गई है।
आज कांग्रेस और NCP अंतिम समझौते पर पहले आपस में समझौता करेंगे और इसके बाद कल तीनों पार्टियों की बैठक के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा हो सकती है।
खबरों के अनुसार, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने की रजामंदी दे दी है।
प्रस्तावित समझौता
शिवसेना का होगा मुख्यमंत्री, कांग्रेस-NCP का एक-एक उपमुख्यमंत्री
तीनों पार्टियों के बीच तय हुए प्रस्तावित समझौते के अनुसार, राज्य में मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा जबकि कांग्रेस और NCP का एक-एक उपमुख्यमंत्री होगा।
मंत्रिमंडल का बंटवारा तीनों पार्टियों की सीटों की संख्या को मद्देनजर रखते हुए किया जाएगा और 14-14-12 के फॉर्मूले पर सहमति बन सकती है।
हालांकि समझौते की कुछ बारीकियों पर अभी चर्चा होना बाकी है और कांग्रेस कुछ बिंदुओं पर स्पष्टता चाहती है। पूरी तस्वीर आधिकारिक घोषणा के बाद ही साफ होगी।
बचाव
अपने विधायकों को राजस्थान भेज सकती है शिवसेना
इस बीच सरकार बनाने से चंद कदम दूरी पर खड़ी शिवसेना किसी भी अनहोनी से बचने के लिए अपने विधायकों को राजस्थान भेजने की भी सोच रही है।
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और महाराष्ट्र के कांग्रेसी विधायक पहले से ही जयपुर के एक होटल में रह रहे हैं।
भाजपा के उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिशों से बचने के लिए दोनों पार्टियां ऐसा कर रही हैं। सत्तार ने अपने बयान में इसी ओर इशारा किया था।
जानकारी
क्या कहते हैं महाराष्ट्र विधानसभा के आंकड़े?
बता दें कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के 105, शिवसेना के 56, NCP के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। शिवसेना, NCP और कांग्रेस के विधायकों की संख्या मिलाकर 154 होती है जो बहुत के आंकड़े 145 से ज्यादा है।