कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में पारदर्शिता की चिंता, शशि थरूर समेत पांच सांसदों ने की यह मांग
क्या है खबर?
अगले महीने होने वाले अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी तैयारियों में जुटी हुई है।
पार्टी का एक धड़ा लगातार चुनाव में पारदर्शिता की मांग कर रहा है। इसी सिलसिले में पांच सांसदों ने कांग्रेस के संगठन चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग की है।
उनका कहना है कि मतदाताओं और संभावित उम्मीदवारों और मतदाता सूची उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
जानकारी
शशि थरूर समेत इन सांसदों ने भेजा पत्र
6 सितंबर को मिस्त्री को भेजे पत्र पर कांग्रेस के लोकसभा सांसदों शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलाई, अब्दुल खालिक और मनीष तिवारी के हस्ताक्षर हैं।
पत्र में कहा गया है कि मतदाता सूची जारी करने की उनकी मांग को गलत तरीके से पेश किया गया था।
इन सांसदों ने कहा है कि उनकी मांग का यह मतलब नहीं था कि पार्टी के आंतरिक दस्तावेज को ऐसे ढंग से जारी किया जाए, जिससे उसका दुरुपयोग हो सके।
जानकारी
सांसदों ने लिखी ये बातें
इन सांसदों ने मिस्त्री से मांग की है कि पार्टी को निर्वाचन मंडल में शामिल प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रतिनिधियों की सूची उपलब्ध करानी चाहिए। इससे यह पता चल सकेगा कि कौन अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए उम्मीदवार को नामित कर सकता है और कौन वोट डालने के लिए अधिकृत है।
इन्होंने लिखा कि अगर सार्वजनिक तौर पर सूची जारी करने में कोई ऐतराज है तो उन्हें गुप्त तरीके से सूची साझा करने का तंत्र विकसित करना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव
पहले भी कई गई थी ऐसी मांग
इन सांसदों का तर्क है कि निर्वाचक मंडल में शामिल प्रतिनिधियों की सूची उपलब्ध होने से उम्मीदवार किसी भी तरह की गैरजरूरी मनमानी को दूर कर सकेंगे। पांचों सांसदों का कहना है कि वो अध्यक्ष पद के चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर चिंतित हैं।
बता दें कि मनीष तिवारी और शशि थरूर समेत कई पार्टी सांसदों ने पहले भी मतदाता सूची सार्वजनिक करने की मांग की थी, जिसे संगठन चुनाव प्रभारी ने ठुकरा दिया था।
जानकारी
17 अक्टूबर को होगा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 7 अक्टूबर को मतदान होगा और दो दिन बाद यानी 19 अक्टूबर को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। नामांकन की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी और 30 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष पद
अशोक गहलोत समेत कई नेता दावेदार
अगर राहुल गांधी चुनाव नहीं लड़ते हैं तो अशोक गहलोत अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। अटकलें हैं कि सोनिया गांधी ने गहलोत को नेतृत्व संभालने को कहा है, लेकिन वो चाहते हैं कि राहुल ही पार्टी की कमान संभालें।
गहलोत के अलावा शशि थरूर भी अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। थरूर का मानना है कि अध्यक्ष पद के लिए लोकतांत्रिक प्रतिस्पर्धा पार्टी में जोश लाएगी।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
आखिरी बार 1996 में कोई गैर-गांधी कांग्रेस का अध्यक्ष बना था। उस समय बिहार से आने वाले सीताराम केसरी को पार्टी की कमान सौंपी गई और 1998 में उन्हें बेहद ही नाटकीय तरीके से हटाकर सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाया गया।