उत्तर प्रदेश: तीसरे चरण के 17 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर मामले, 39 प्रतिशत करोड़पति
क्या है खबर?
देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दो चरण पूरे हो चुके हैं और अब तीसरे चरण के मतदान की तैयारियां चल रही हैं।
राज्य में 20 फरवरी को तीसरे चरण का मतदान होना है जिसमें 627 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर होगी।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की मानें तो 623 में से 135 यानि 22 प्रतिशत उम्मीदवार दागी हैं, वहीं 103 यानि 17 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पार्टियों की स्थिति
समाजवादी पार्टी ने उतारे सबसे अधिक दागी उम्मीदवार, भाजपा दूसरे नंबर पर
प्रत्याशियों के चुनावी हलफनामों का विश्लेषण करके तैयार की गई ADR की रिपोर्ट के अनुसार, समाजवादी पार्टी (सपा) ने सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार उतारे हैं।
सपा के 58 उम्मीदवारों में से 30 (52 प्रतिशत) दागी हैं, वहीं 21 (36 प्रतिशत) उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं।
भाजपा के 55 में से 25 (46 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले और 20 (36 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
रेप और हत्या जैसे मामलों को गंभीर माना गया है।
अन्य पार्टी
अन्य पार्टियों की क्या स्थिति?
अन्य पार्टियों की बात करें तो बहुजन समाज पार्टी ने तीसरे चरण में सभी 59 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं और इनमें से 23 (39 प्रतिशत) दागी हैं, वहीं 18 (31 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं।
कांग्रेस के 56 उम्मीदवारों में से 20 (36 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले और 10 (18 प्रतिशत) पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) के 49 उम्मीदवारों में से 22 प्रतिशत के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
रेड सीटें
44 प्रतिशत सीटों पर तीन या तीन से अधिक दागी उम्मीदवार
ADR के अनुसार, तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश के 16 जिलों की जिन 59 सीटों पर मतदान होना है, उनमें से 26 यानि 44 प्रतिशत सीट 'रेड अलर्ट' में आती हैं। रेड अलर्ट का मतलब है कि इन सीटों पर तीन या इससे अधिक दागी उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं।
ADR ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद राजनीतिक पार्टियों का चुनावी व्यवस्था को सुधारने का कोई इरादा नहीं है।
करोड़पति उम्मीदवार
39 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति, सपा के सबसे अधिक
धन की बात करें तो जिन 623 उम्मीदवारों के हलफनामे का विश्लेषण किया गया, उनमें से 245 (39 प्रतिशत) करोड़पति हैं और उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.82 करोड़ रुपये है।
सपा के सबसे अधिक 52 (90 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं, वहीं भाजपा के 48 (87 प्रतिशत), बसपा के 46 (78 प्रतिशत), कांग्रेस के 29 (52 प्रतिशत) और AAP के 18 (37 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं।
14 प्रतिशत प्रत्याशियों की संपत्ति पांच करोड़ रुपये से अधिक है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव
क्या है उत्तर प्रदेश का चुनावी कार्यक्रम?
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण का मतदान हो चुका है। 10 फरवरी को पहले और 14 फरवरी को दूसरे चरण का मतदान हुआ था।
20 फरवरी को तीसरे चरण के मतदान के बाद राज्य में 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, 3 मार्च को छठवें चरण और 7 मार्च को सातवें चरण का मतदान होगा।
चुनावों के नतीजे अन्य राज्यों के साथ 10 मार्च को आएंगे।