सावरकर पर राहुल गांधी के बयान पर घमासान, राउत बोले- गठबंधन में पड़ सकती है दरार
वीर सावरकर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है। शिवसेना ने इस बयान का विरोध किया है और पार्टी सांसद संजय राउत का कहना है कि इस बयान से कांग्रेस और शिवसेना के गठबंधन में दरार आ सकती है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को उठाने की जरूरत नहीं है और महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता भी इस बयान का समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने भाजपा पर भी नकली सावरकर प्रेम का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
राहुल गांधी ने गुरूवार को महाराष्ट्र के वाशिम जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए सावरकर के अंग्रेजों से माफी मांगने के अपने दावे को दोहराया था। उन्होंने कहा था, "बिरसा मुंडा 24 साल की आयु में शहीद हो गए। उन्होंने अंग्रेजों का डटकर मुकाबला किया और उनके सामने झुके नहीं। दूसरी ओर, भाजपा और संघ के प्रतीक सावरकर को अंडमान में बंद किया गया तो उन्होंने माफी मांगना शुरू कर दिया और अंग्रेजों के आगे घुटने टेक दिए।"
सावरकर पर ऐसा बयान शिवसेना और महाराष्ट्र के मंजूर नहीं- राउत
आज राहुल के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि वीर सावरकर पर ऐसा आरोप महाराष्ट्र और शिवसेना दोनों को मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा, "यह मुद्दा लाने की जरूरत नहीं थी। इससे महा विकास अघाड़ी में भी दरार आ सकती है।" महा विकास अघाड़ी कांग्रेस, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के गठबंधन समूह का नाम है और यह गठबंधन नवंबर, 2019 से जून, 2022 तक महाराष्ट्र में सरकार भी चला चुका है।
राउत ने पूछा- सावरकर को भारत रत्न क्यों नहीं दे रही भाजपा सरकार
राउत ने अपने बयान में भाजपा पर भी निशाना साधा और दावा किया कि उसका सावरकर प्रेम नकली है। उन्होंने पूछा कि केंद्र की भाजपा सरकार सावरकर को भारत रत्न क्यों नहीं दे रही है। उन्होंने कहा, "हम 10 साल से उनको भारत रत्न देने की बात कर रहे हैं, भाजपा सरकार ऐसा क्यों नहीं कर रही है? क्या उनका सावरकर प्रेम नकली हैं? भाजपा और RSS के लिए वह कभी आदर्श पुरुष नहीं रहे। उनका सावरकर प्रेम नकली है"
उद्धव ठाकरे भी कर चुके हैं राहुल के बयान से किनारा
शिवसेना (उद्धव गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे भी राहुल के बयान से किनारा कर चुके हैं। बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा था, "हम वीर सावरकर पर राहुल के बयान का समर्थन नहीं करते हैं। हमारे दिल में सावरकर के लिए आदर और सम्मान है। उनके योगदान को कोई नहीं मिटा सकता है।" उन्होंने कहा था कि भाजपा और संघ का आजादी में कोई योगदान नहीं है और उन्हें सावरकर के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
भाजपा ने राहुल और उद्धव पर साधा निशाना
दूसरी तरफ भाजपा ने मामले में राहुल और उद्धव दोनों पर निशाना साधा है। उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सावरकर पर राहुल गांधी के बेशर्म बयान और व्यवहार का जवाब महाराष्ट्र की जनता देगी। उन्होंने उद्धव पर नरम रुख अपनाने और आदित्य ठाकरे पर राहुल गांधी से गले मिलने का आरोप लगाया। सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने मामले में मुंबई के शिवाजी पार्क थाने में राहुल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
कौन थे वीर सावरकर?
वीर सावरकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की सबसे विवादित शख्सियतों में से एक हैं। क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उन्हें कालापानी की सजा सुनाई गई थी और वे लगभग 10 साल अंडमान जेल में रहे थे। हालांकि माफीनामा लिखने के लिए उनकी आलोचना होती है। उन्हें हिंदुत्व की विचारधारा का जनक भी माना जाता है और कांग्रेस लगातार उनका विरोध करती रही है। वहीं हिंदुत्व की विचारधारा पर चलने वाली भाजपा के लिए सावरकर वैचारिक गुरू की तरह हैं।