गोडसे को देशभक्त बताने पर साध्वी प्रज्ञा ने मांगी माफी, कहा- गांधी का सम्मान करती हूं
भाजपा नेता साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि उनका यह बयान गलत था। भोपाल से चुनाव लड़ रहीं साध्वी प्रज्ञा ने गुरुवार को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। उनके इस बयान पर विवाद शुरू हो गया था। भारतीय जनता पार्टी ने उनके इस बयान से खुद को अलग करते हुए कहा था कि साध्वी प्रज्ञा को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
गोडसे को बताया था देशभक्त
भारतीय जनता पार्टी की स्टार प्रचारक साध्वी गुरुवार को मध्य प्रदेश में रोड शो कर रही थी। इस दौरान एक पत्रकार ने कमल हासन के बयान पर साध्वी प्रतिक्रिया पूछी थी। इसके जवाब में प्रज्ञा ने कहा, "नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे। उन्हें आतंकवादी कहने वाले लोग अपने गिरेबान में झांकें। इस चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।" इससे पहले साध्वी मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे का भी अपमान कर चुकी हैं।
विवाद बढ़ने के बाद मांगी माफी
साध्वी ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं नाथूराम गोडसे के बारे में दिये गए मेरे बयान के लिये देश की जनता से माफ़ी माँगती हूँ। मेरा बयान बिलकुल ग़लत था। मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का बहुत सम्मान करती हूँ।'
गांधी जी का सम्मान करती हूं- साध्वी प्रज्ञा
चुनाव आयोग कर सकता है कार्रवाई
साध्वी के माफी मांगने से भी इस विवाद से उनका पीछा नहीं छूटेगा। चुनाव आयोग ने उनके इस बयान पर संज्ञान लिया है और मध्य प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) से रिपोर्ट मांगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, CEO ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि ठाकुर ने राष्ट्रपिता के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है जिससे चुनावों के दौरान अशांति पैदा हो सकती है। उन्होंने प्रज्ञा के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है।
हेमंत करकरे की शहादत का भी कर चुकी हैं अपमान
इससे पहले प्रज्ञा ने कहा था कि उनके दिए गए श्राप के कारण मुंबई ATS प्रमुख हेमंत करकरे आतंकवादियों के हाथों मारा गया। उन्होंने करकरे पर मालेगांव धमाकों की पूछताछ के दौरान खुद को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने इस बयान के लिए उन्हें नोटिस जारी किया था। इसके जवाब में उन्होंने कहा था, "मैंने शहीद का अपमान नहीं किया है। मुझे जो यातनाएं दी गई केवल उसी का जिक्र किया है।"
जमानत पर बाहर हैं साध्वी प्रज्ञा
मालेगांव धमाकों की आरोपी प्रज्ञा सिंह फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उन पर अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत मुकदमा चल रहा है। पूरे चुनावों के दौरान साध्वी की उम्मीदवारी पर काफी विवाद रहा है।
ऐसे चर्चा में आई थीं साध्वी प्रज्ञा
मध्य प्रदेश के भिंड में जन्मीं साध्वी मालेगांव धमाके के बाद चर्चा में आई थीं। उन्हें इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। प्रज्ञा सिंह इस मामले में नौ साल तक जेल में रहीं। इसके अलावा उन पर 2007 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रचारक (RSS) सुनील जोशी की हत्या का भी आरोप था, जिससे कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। साध्वी RSS के छात्र संगठन अखिल भारतीय विधार्थी परिषद (ABVP) की सदस्य भी रह चुकी हैं।