
राजस्थान सियासी संकट: नड्डा से मिल सकते हैं पायलट, कांग्रेस ने कहा- सरकार को खतरा नहीं
क्या है खबर?
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की खुली बगावत के बीच कांग्रेस ने कहा है कि राज्य में उसकी सरकार सुरक्षित है। आज सुबह 2:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोेक गहलोत को 109 विधायकों का समर्थन हासिल है।
गहलोत ने आज सुबह 10:30 बजे भी एक बैठक बुलाई है। पायलट ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है और इसकी बजाय वह भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मिल सकते हैं।
पृष्ठभूमि
कहां से शुरू हुआ पूरी सियासी संकट?
अशोक गहलोत और सचिन पायलट के रिश्ते 2018 में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने से ही सहज नहीं हैं और पायलट अपनी अनदेखी का आरोप लगाते रहे हैं।
दोनों के बीच ये टकराव पिछले हफ्ते तब चरम पर पहुंच गया, जब राज्य सरकार गिराने की साजिश के एक मामले में पायलट को गहलोत के अंतर्गत काम करने वाले स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) से समन मिला।
तभी से पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
बगावत
पायलट खेमे ने किया 30 विधायकों के समर्थन का दावा
पायलट के खेमे का कहना है कि उसके पास कम से कम 30 विधायकों का समर्थन है और वह गहलोत सरकार को गिरा सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पायलट कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मिलना चाहते हैं, लेकिन अभी तक गांधी परिवार का कोई भी सदस्य उनसे नहीं मिला है।
शीर्ष नेतृत्व इस बगावत को दबाने के अपने विकल्पों पर विचार कर रहा है और इसके लिए एक दल को जयपुर भी भेजा गया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस
विधायकों की बैठक के बाद दल ने कहा- गहलोत को 109 विधायकों का समर्थन
इसी दल ने गहलोत के घर विधायकों की बैठक के बाद सुबह 2:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, "109 विधायकों ने एक पत्र पर हस्ताक्षर कर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार पर भरोसा जताया है और उसे अपना समर्थन दिया है।"
उन्होंने कहा कि अन्य कुछ विधायकों ने भी मुख्यमंत्री के साथ फोन पर बातचीत की और वे सुबह तक अपना समर्थन पत्र दे देंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन और अविनाश पांडे शामिल रहे।
रिपोर्ट
कांग्रेस की बैठक में शामिल नहीं होंगे पायलट, जेपी नड्डा से मिलेंगे
गहलोत ने आज सुबह 10:30 बजे भी विधायकों की एक अहम बैठक बुलाई है और अपने सभी विधायकों को इसमें शामिल होने के लिए व्हिप जारी किया है।
हालांकि पायलट ने साफ कर दिया है कि वह इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। 'NDTV' के सूत्रों के अनुसार, बैठक में हिस्सा लेने की बजाय पायलट आज दिन में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिल सकते हैं। भाजपा ने बगावत से कोई संबंध होने से इनकार किया है।
जानकारी
पायलट से पूछताछ के गहलोत के आदेश से नाराज है कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व गहलोत के पायलट से पूछताछ करने का आदेश देने से खुश नहीं है, जिसकी वजह से राज्य में उसकी सरकार खतरे में पड़ गई है। हालांकि पार्टी को भरोसा है कि स्थिति को संभाल लिया जाएगा।
समीकरण
क्या है विधानसभा का समीकरण?
200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 107 विधायक हैं और उसकी सरकार को 13 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है। इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल, कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPM) और भारतीय ट्राइबल पार्टी के पांच विधायकों ने भी गहलोत सरकार को समर्थन दिया हुआ है।
वहीं भाजपा के 72 और उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायक हैं। अगर भाजपा को गहलोत सरकार को गिराना है तो उसे कम से कम 35 कांग्रेस विधायकों से इस्तीफा दिलाना होगा।