दिल्ली: सोनिया गांधी के 71 वर्षीय निजी सचिव के खिलाफ रेप का केस दर्ज
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निजी सचिव के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया गया है। एक महिला ने 71 वर्षीय पीपी माधवन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ FIR दर्ज की है। महिला ने माधवन पर शादी का वादा करके रेप करने का आरोप लगाया है। माधवन और उनकी टीम ने रेप के आरोपों को खारिज किया है और इसे कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने की साजिश बताया है।
कांग्रेस ऑफिस में काम करता था महिला का पति, मौत के बाद माधवन से मिली
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि 2020 में कोविड लॉकडाउन के दौरान अपने पति को गंवाने के बाद वह माधवन से मिली थी। पीड़िता का पति कांग्रेस के ऑफिस में हेल्पर के तौर पर काम करता था और उसकी मौत के बाद पीड़िता नौकरी के लिए अक्सर कांग्रेस ऑफिस जाती थी। उसने बताया, "मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और मैं कांग्रेस ऑफिस गई जहां मुझे सोनिया गांधी के PA पीपी माधवन का नंबर मिला।"
इंटरव्यू के बाद माधवन ने शादी के लिए पूछा, फिर की रेप करने की कोशिश
महिला ने आरोप लगाया कि इस साल 21 जनवरी को माधवन ने उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया और उसके सारे दस्तावेज देखे और सवाल पूछे। पीड़िता के अनुसार, इसके बाद माधवन ने उससे कहा कि वो उससे शादी करना चाहता है और उसने इसके लिए हां कर दी। उसने बताया, "एक दिन उसने मुझे मिलने के लिए बुलाया। वो मुझे कार से लेने आया। उसने ड्राइवर से कार से जाने को कहा। फिर उसने मेरा रेप करने की कोशिश की।"
माफी मांगने के बाद माधवन ने दोबारा मिलने के लिए बुलाया, फिर किया रेप- पीड़िता
पीड़िता ने बताया कि माधवन ने कुछ दिन बाद अपनी इस हरकत के लिए माफी मांग ली और उनकी फिर से बात होने लगी। उसने बताया, "इसके बाद फरवरी में उसने मुझे फिर से मिलने के लिए बुलाया और मेरा रेप किया। बाद में उसने मुझसे कहा कि उसकी पत्नी ने मेरा फोन नंबर देख लिया है। मुझे ये सुनकर हैरानी हुई। मैंने उससे उसकी पत्नी के बारे में पूछा, लेकिन वो मुझे नजरअंदाज करता रहा।"
पीड़िता का दावा- माधवन ने किसी और के साथ संबंध बनाने का दबाव डाला
पीड़िता ने दावा किया कि माधवन ने उस पर किसी और के साथ संबंध बनाने का दबाव भी डाला, लेकिन जब उसने इससे इनकार कर दिया तो उसने उसे धमकी दी कि उसकी पार्टी 70 साल से राज कर रही है और वो उसका अपहरण करा देगा। पुलिस के अनुसार, महिला ने 25 जून को शिकायत दर्ज कराई थी और मेडिकल जांच के लिए दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल भेजा गया था।
माधवन ने खारिज किए आरोप, बताया बदनाम करने की पूर्व-नियोजित साजिश
माधवन ने बयान जारी करते हुए कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं जो साबित करते हैं कि शिकायत राजनीतिक बदला लेने के लिए पूर्व-नियोजित साजिश के तहत दाखिल की गई है और इसमें कोई मेरिट नहीं है। उन्होंने कहा कि FIR में घटना चार महीने पहले की बताई गई है जो दिखाता है कि इसका एकमात्र मकसद उन्हें बदनाम करना है। उन्होंने कहा कि वह 25 जून को पुलिस के सामने अपना पक्ष रख चुके हैं।