राजस्थान सियासी संकट: सचिन पायलट ने की राहुल और प्रियंका गांधी से मुलाकात
राजस्थान की राजनीति में चल रही उठापटक के बीच कांग्रेस पार्टी से बगावत करने वाले पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात कर ली है। इस बैठक में राहुल गांधी ने पायलट की हर शिकायत दूर करने का भरोसा दिया है। इसके साथ ही अब सचिन पायलट और उनके समर्थित विधायकों की सभी विवादों को पीछे छोड़ते हुए जल्द ही घर वापसी तय हो गई है।
बागी विधायकों ने कांग्रेस सरकार को खतरे में डाला
पिछले महीने राजस्थान और दिल्ली के सियासी गलियारों के चर्चित चेहरे सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ विद्रोह की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा था कि 200 सदस्यीय विधानसभा में गहलोत को बहुमत नहीं मिला और बाद में अपने समर्थित विधायकों के साथ हरियाणा में डेरा डाल दिया। कांग्रेस ने पायलट को मनाने की कोशिश भी की, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में पार्टी ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया।
कांग्रेस पार्टी नहीं अशोक गहलोत का किया विरोध- पायलट
राहुल गांधी और प्रियंका से हुई मुलाकात के दौरान सचिन पायलट ने उन परिस्थितियों को स्पष्ट किया, जिनके कारण उन्हें यह निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि उन्होंने और उनके समर्थित विधायकों ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ कुछ भी नहीं किया है, उनका विरोध सिर्फ अशोक गहलोत को लेकर है। इस पर यह निर्णय लिया गया है कि राहुल शीघ्र ही वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे और इस मुद्दे को हल करने के लिए एक समिति बनाएंगे।
सोनिया गांधी ने किया तीन सदस्यीय समिति बनाने का फैसला
संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पायलट के राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पायलट और अन्य विधायकों की शिकायतों को दूर करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन करने का निर्णय किया है।
मुलाकात के दौरान पायलट ने रखी ये मांग
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार मुलाकात में सचिन पायलट ने तीन मांगे रखी है। इसमें पहली मांग यह है कि पार्टी भविष्य में उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा करें। उनके खेमे के दो वरिष्ठ नेताओं को उप-मुख्यमंत्री और अन्य सभी को राज्य मंत्रीमंडल, अन्य बोर्ड या निगमों में जगह दी जाए। इसी तरह उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया जाए। इसी तरह पार्टी चुनावी घोषणा पत्र में राहुल गांधी द्वारा किए गए वादों को पूरा करने का भरोसा दे।
राहुल गांधी ने पायलट को दिया दोनों पद वापस लौटाने का भरोसा
सूत्रों के अनुसार बैठक में राहुल गांधी ने सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद वापस देने का भी भरोसा दिलाया है। पार्टी ने उन्हें कांग्रेस की दो बैठकों में शामिल नहीं होने पर दोनों पदों से हटा दिया था। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि यदि पायलट की दोनों पदों पर वापसी होती है तो सरकार के कामकाज के लिए एक समिति बनाई जाएगी। राहुल ने अन्य विधायकों से बात करने की भी इच्छा जताई है।
सचिन पायलट ने मांगा था राहुल गांधी से मिलने का समय
इससे पहले सुबह सचिन पायलट ने मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से संपर्क कर राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा था। इससे राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई थी।
पायलट गुट के विधायक भंवर लाल ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात
पायलट गुट के विधायक भंवरलाल शर्मा ने जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि "कोई गुटबाजी नहीं है, कोई भी बंधक नहीं बनाया गया था। भंवर लाल को कभी भी बंधक नहीं बनाया जा सकता है मैं स्वेच्छा से वहां गया और स्वेच्छा से आया हूं।" उन्होंने अपने वायरल ऑडियो पर कहा, "मैं ऑडियो के बारे में कुछ नहीं जानता। कोई ऑडियो नहीं है, यह झूठ था। मैं संजय जैन को नहीं जानता।"
गहलोत समर्थित विधायकों ने की थी कार्रवाई की मांग
बता दें कि रविवार को जैसलमेर के होटल में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कुछ नेताओं ने पायलट गुट के लिए कांग्रेस के दरवाजा बंद करने का सुझाव दिया था। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने बागियों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतने की बात कही थी। हालांकि, कांग्रेस कार्यसिमिति सदस्य रघुवीर मीणा ने सुलह के संकेत देते हुए कहा था कि फ्लोर टेस्ट में पक्ष में वोट करने पर बागियों को माफ कर दिया जाएगा।
डोटासरा ने की विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात
इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दोपहर में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी मुलाकात की। इस दौरान उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और विधायक संयम लोढ़ा भी मौजूद थे। मुलाकात के बाद डोटासरा ने कहा कि विधानसभा में राजस्थान के महत्वपूर्ण मुद्दों, कोरोना महामारी और राज्य के विकास के बारे में चर्चा के लिए शांतिपूर्ण ढंग से सदन चलने जैसे मुद्दों को लेकर उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष जोशी से मुलाकात की है।