मणिपुर: हिंसाग्रस्त इलाकों के राहत शिविरों में पहुंचे राहुल गांधी, लोगों से मुलाकात की
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को असम के साथ मणिपुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने असम में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और मणिपुर में हिंसा ग्रस्त पीड़ितों की व्यथा सुनी। राहुल सुबह 10:15 बजे असम पहुंचे और सीधे फुलेर्तल के राहत शिविर गए। यहां एक घंटा बिताने के बाद कांग्रेस सांसद मणिपुर के लिए रवाना हो गए। यहां उन्होंने सबसे पहले जिरिबाम राहत शिविर में हिंसा पीड़ित लोगों से मुलाकात की।
जिरिबाम पहुंचने से पहले हुई थी गोलीबारी
राहुल ने जिरिबाम में पीड़ितों से मुलाकात के बाद चुराचांदपुर और मोइरांग के राहत शिविरों में भी गए थे। इस दौरान यहां लोगों ने सड़क पर उसका स्वागत किया। बता दें कि राहुल मणिपुर के राज्यपाल से 6 बजे राज्य के हालात को लेकर चर्चा करेंगे और साढ़े 6 बजे के बाद पत्रकारों को संबोधित करेंगे। बता दें, जिरिबाम में राहुल के दौरे से पहले तड़के 3:30 बजे मैतेई इलाके से गोलीबारी शुरू हो गई, जो 7 बजे तक चली।
चुराचांदपुर में लोगों से बातचीत करते राहुल गांधी
क्या है मणिपुर का मामला?
3 मई, 2024 को मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय झड़प शुरू हुई थी, जो आज भी रुक-रुककर जारी है। हिंसा की शुरुआत हाई कोर्ट के उस आदेश के बाद हुई, जिसमें उसने राज्य सरकार से मैतेई समुदाय को आदिवासी समुदाय का दर्जा दिए जाने की मांग पर विचार करने को कहा था। इसके विरोध में आदिवासियों ने एकता मार्च निकाला, जिसमें हिंसा भड़क उठी थी। हिंसा में 219 की मौत हुई है, जबकि 60,000 लोग विस्थापित हुए हैं।