
10 जुलाई को अमेठी जाएंगे राहुल गांधी, लोकसभा चुनाव में हार के बाद पहली यात्रा
क्या है खबर?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 10 जुलाई को अपने पुराने संसदीय क्षेत्र अमेठी जाएंगे।
लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार स्मृति ईरानी के हाथों हार के बाद राहुल पहली बार अमेठी जा रहे हैं।
वह 2004 से 2019 तक 15 साल के लिए यहां से सांसद रहे हैं और सीट से उनके परिवार का खास नाता है।
उनसे पहले उनके चाचा संजय गांधी, उनके पिता राजीव गांधी और मां सोनिया गांधी भी यहां से सांसद रह चुके हैं।
यात्रा
प्रियंका गांधी भी होगीं साथ
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, राहुल 10 जुलाई को अमेठी जाएंगे।
हालांकि, इस दौरान वह केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और किसी भी सार्वजनिक समारोह को संबोधित नहीं करेंगे।
उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के भी उनके साथ अमेठी जाने की संभावना है।
राहुल की यात्रा का मकसद पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाना है, जो लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद रसातल में है।
बयान
'राहुल के लिए परिवार की तरह है अमेठी'
कांग्रेस MLC दीपक सिंह ने इस मौके पर कहा, "राहुल ने अमेठी को हमेशा अपने परिवार की तरह माना है और वह अपने परिजनों से मिलने आ रहे हैं। ये एक राजनीतिक यात्रा नहीं है।"
संकेत
जारी रहेगी अमेठी में राहुल और ईरानी की लड़ाई
लोकसभा चुनाव में ईरानी ने राहुल को 55,120 वोटों से हराते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
किसी ने भी कांग्रेस और गांधी परिवार के गढ़ में राहुल की हार की उम्मीद नहीं की थी।
ईरानी अमेठी में घर भी बनाने जा रही हैं, जो उनके यहां टिकने की मंशा जाहिर करता है।
वहीं, राहुल का ये दौरा संकेत देता है कि वह भी आसानी से हार नहीं मानेंगे और अपने पारिवारिक गढ़ को वापस पाने के लिए लड़ाई लड़ेंगे।
हार की जिम्मेदारी
कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं राहुल
केरल के वायनाड से सांसद राहुल ने हाल ही में लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
इस्तीफे के बाद उन्होंने अपना लिखित बयान ट्वीट किया था, जिसमें कहा गया था कि अगर भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को पूरी तरह से बदलने की जरूरत है और उसे सत्ता का लालच छोड़ना होगा।
उन्होंने नए अध्यक्ष के चुनाव से खुद को दूर रखने का फैसला भी किया है।