राहुल कमान संभालने को तैयार नहीं, कांग्रेस को मिल सकता है गैर-गांधी अध्यक्ष
राहुल गांधी के ना कहने के बाद कांग्रेस को कई सालों बाद कोई गैर-गांधी अध्यक्ष मिल सकता है। सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, तमाम कोशिशों के बाद भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पार्टी की कमान थामने के लिए नहीं मना पाए हैं। राहुल अभी भी अपने स्टैंड पर कायम हैं। वहीं सोनिया गांधी ने भी स्वास्थ्य वजहों से खुद को इस रेस से दूर कर लिया है।
अशोक गहलोत के नाम पर हो रहा विचार
NDTV ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सोनिया और राहुल के रेस से बाहर होने के बाद सभी की नजरें प्रियंका गांधी पर टिकी हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में उनका प्रदर्शन उनकी राह का रोड़ा बन सकता है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पर विचार किया जा रहा है। अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस को 1998 के बाद पहला गैर-गांधी अध्यक्ष मिलेगा।
अध्यक्ष बनने के इच्छुक नहीं राहुल- दास
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भक्त चरण दास ने इस बात की पुष्टि की है कि राहुल अध्यक्ष पद संभालने के इच्छुक नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें मनाने की कोशिशें जारी हैं। उन्हें बताना होगा कि यह पद कैसे भरेगा। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस की एक रैली का नेतृत्व करेंगे, लेकिन अध्यक्ष के चुनाव को लेकर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है।
रैलियों का नेतृत्व रहे हैं राहुल
अध्यक्ष पद पर काबिज होने से इनकार करने के बावजूद राहुल कांग्रेस की रैलियों का नेतृत्व कर रहे हैं। वो सितंबर में आयोजित होने वाली एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे, वहीं कन्याकुमारी से 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करेंगे। बता दें कि कांग्रेस के सामने लंबे समय से नेतृत्व का संकट बना हुआ है और इसका हवाला देकर कई बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। एक के बाद एक हार ने कांग्रेस को काफी कमजोर कर दिया है।
सोनिया ने की थी इस्तीफे की पेशकश
मार्च में उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद सोनिया गांधी ने राहुल और प्रियंका के साथ अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि, तब उन्हें नया अध्यक्ष चुने जाने तक पार्टी की कमान संभाले रखने के लिए मना लिया गया था। मई में उदयपुर चिंतन शिविर में पार्टी ने अपने आप को दोबारा मजबूत बनाने की कई रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की थी।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
आखिरी बार 1996 में कोई गैर-गांधी कांग्रेस का अध्यक्ष बना था। उस समय बिहार से आने वाले सीताराम केसरी को पार्टी की कमान सौंपी गई और 1998 में उन्हें बेहद ही नाटकीय तरीके से हटाकर सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाया गया।
आज से शुरू हो रही अध्यक्ष पद पर चुनाव की प्रक्रिया
कांग्रेस का नया अध्यक्ष चुनने के लिए चुनावी प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है और यह 20 सितंबर तक पूरी हो जाएगी। इसके लिए कांग्रेस की तरफ से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी सोनिया गांधी को 2024 लोकसभा चुनाव तक अध्यक्ष पद पर काबिज रहने के लिए मना ले और उनके सहयोग के लिए दो-तीन वरिष्ठ नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष या उपाध्यक्ष बना दिया जाए।