प्रियंका गांधी का सरकार पर हमला, कहा- बंगाल चुनाव है वंदे मातरम पर बहस का कारण
क्या है खबर?
संसद की शीतकालीन सत्र में सोमवार को लोकसभा में 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर विशेष बहस आयोजित की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी शुरुआत करते हुए कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर जमकर निशाना साधा और उन पर इसका विरोध करने वाली मुस्लिम लीग के आगे झुकने का आरोप लगाया। इसके बाद कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर पलटवार करते हुए इस बहस के आयोजन पर ही सवाल उठा दिया।
बयान
प्रियंका ने क्या दिया बयान?
प्रियंका ने कहा, "हमारे संसद में वंदे मातरम पर चर्चा हो रही है जो एक भावना के ऊपर है। यह गीत स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाता है, जिसके आगे ब्रिटिश साम्राज्य झुक गया था।" उन्होंने कहा, "आज इस गीत पर बहस किया जाना मुझे बहुत ही अजीब लग रहा है। ये गीत 150 साल से देश की आत्मा का हिस्सा है। देश के लोगों के दिल में बसा हुआ है। आज इस पर बहस की जरूरत क्यों है?"
कारण
प्रियंका ने बताया 'वंदे मातरम' पर बहस का कारण
प्रियंका ने आगे कहा, "वंदे मातरम गीत पर बहस करने की 2 बड़ी वजह हैं। पहली है पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी अपनी भूमिका निभाना चाहते है और दूसरी वजह उन पर आरोप लगाना है, जिन्होंने देश की आजादी में बड़ी कुर्बानियां दी।" उन्होंने आगे कहा, "केंद्र सरकार देश के ध्यान जनता के ज्वलंत मुद्दों से भटकाना चाहती है और यही कारण है कि वह वंदे मातरम पर बहस करवा रही है।
दावा
घटने लगा है प्रधानमंत्री मोदी का आत्मविश्वास- प्रियंका
प्रियंका ने कहा, "आज मोदी वह प्रधानमंत्री नहीं रहे, जो एक समय में थे। अब उनका आत्मविश्वास घटने लगा है। उनकी नीतियां देश को कमजोर कर रही हैं। मेरे सत्ता पक्ष के साथी भी यह मानने लगे हैं।" उन्होंने कहा, "आज लोग तमाम समस्याओं से घिरे हैं। इनके भी लोग दबी जुबान में बोल रहे हैं कि सत्ता को केंद्रित करने से नुकसान हो रहा है। वंदे मातरम देश के कण-कण में हैं। इस पर बहस नहीं हो सकती।"
जानकारी
वंदे मातरम के स्वरूप पर सवाल उठाना, विभूतियों का अपमान- प्रियंका
प्रियंका ने कहा, "वंदे मातरम के इस स्वरूप पर सवाल उठाना, संविधान सभा में शामिल उन विभूतियों का अपमान है, जिन्होंने इसे स्वीकार किया। यह रविंद्र नाथ ठाकुर, महात्मा गांधी, मौलाना अबुल कलाम आजाद, भीमराव अंबेडकर जैसे विभूतियों का अपमान है।
तंज
प्रियंका ने नेहरू को लेकर कसा प्रधानमंत्री मोदी पर तंज
नेहरू पर उठाए गए सवालों पर प्रियंका ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री 12 साल से प्रधानमंत्री हैं, लगभग उतने ही साल पंडित नेहरू ने जेल में बिताए। उन्होंने देश की आजादी के लिए 12 साल जेल में बिताए और फिर 17 साल प्रधानमंत्री भी रहे।" उन्होंने कहा, "पंडित नेहरू के अपमान के लिए आपके मन में जितनी चीजें उन्हें जमा कर लीजिए, फिर अध्यक्ष महोदय की अनुमति से लंबी चर्चा कर लीजिए, लेकिन अभी जनता के कामों पर चर्चा जरूरी है।"
शासन
चुनाव से चुनाव तक का है भाजपा का शासन
प्रियंका ने कहा, "इनका (भाजपा) शासन चुनाव से चुनाव तक का है, इनका शासन प्रचार का है। आपका मकसद है इसी अतीत में मंडराते रहें। यह सरकार वर्तमान और भविष्य की ओर देखना ही नहीं चाहती है।" उन्होंने कहा, "जवान, खिलाड़ी, नागरिक सभी की जुबान पर वंदे मातरम रहता है। कांग्रेस के अधिवेशन में वंदे मातरम गाया जाता है, लेकिन आप बताईए आपके अधिवेशन में क्या गाया जाता है? वंदे मातरम हमेशा से पवित्र है और पवित्र रहेगा।"
आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और नेहरू पर लगाया था आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे मातरम गीत पर बहस में कहा था, "मोहम्मद अली जिन्ना ने लखनऊ में 15 अक्तूबर 1937 को वंदे मातरम नारे का विरोध किया था। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू को अपना सिंहासन डोलता दिखा। उन्होंने मुस्लिम लीग के बयानों की निंदा नहीं की। 20 अक्तूबर को नेहरू को सुभाष चंद्र बोस को चिट्ठी लिखकर जिन्ना की भावना से सहमति जताते हुए कहा कि वंदे मातरम की आनंदमठ वाली पृष्ठभूमि मुस्लिमों को चिढ़ा सकती है।"