
राष्ट्रपति मुर्मू का अभिभाषण; बोलीं- आने वाला दौर भारत का, आपातकाल के जिक्र पर हंगामा
क्या है खबर?
18वीं लोकसभा के पहले सत्र में आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया। उन्होंने नवनिर्वाचित सांसदों और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को बधाई दी। राष्ट्रपति ने दुनिया के सबसे बड़े चुनावों को संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग की भी सराहना की।
संसद भवन पहुंचने पर राष्ट्रपति मुर्मू की अगवानी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने की।
अभिभाषण
राष्ट्रपति बोलीं- लोगों ने सरकार पर तीसरी बार भरोसा जताया
राष्ट्रपति ने कहा, "दुनिया देख रही है कि भारत के लोगों ने स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाई है। लोगों ने लगातार तीसरी बार स्थिर सरकार चुनी है। 6 दशक बाद ऐसा हुआ है। ऐसे समय में भारत के लोगों की आकांक्षाएं सर्वोच्च हैं। लोगों ने मेरी सरकार पर तीसरी बार भरोसा जताया है। लोगो को भरोसा है कि उनकी आकांक्षाए केवल मेरी सरकार ही पूरा कर सकती है।"
राष्ट्रपति के इस वक्तव्य पर विपक्ष ने हंगामा किया।
भाषण
सरकार देश को दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने में लगी- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा, "मेरी सरकार देश को दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने में लगी है। मेरी सरकार का मत है कि दुनिया में निवेशकों को आकर्षित करने स्वस्थ्य स्पर्धा हो। सदस्यगण रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के संकल्प ने भारत को सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है। बीते सालों में हमने 100 साल की सबसे बड़ी आपातकालीन दशा देखी है। आज भारत अकेले ही दुनिया की ग्रोथ में 15 प्रतिशत का योगदान दे रही है।"
पेपर लीक
पेपर लीक पर क्या बोलीं राष्ट्रपति?
राष्ट्रपति ने कहा, "हाल ही में कुछ परीक्षाओं में हुई पेपर लीक की जांच और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए मेरी सरकार प्रतिबद्ध है। पहले भी कई राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं हुईं, इसके लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है। संसद ने भी इसके लिए बेहद सख्त कानून बनाया है।"
इस दौरान विपक्ष के सांसदों ने हंगामा किया। सांसद 'NEET-NEET' के नारे लगाने लगे।
आपातकाल
राष्ट्रपति ने किया आपातकाल का जिक्र
राष्ट्रपति ने कहा, "आने वाले कुछ महीने में भारत गणतंत्र के रूप में 75 साल पूरे करने जा रहा है। देश में संविधान लागू होने के बाद भी कई बार हमले हुए है। आज 27 जून है, 25 जून 1975 को लागू हुआ था। आपातकाल संविधान पर हमले का सीधा सबूत है, लेकिन देश ने इससे उबरकर दिखाया।"
बता दें कि लोकसभा स्पीकर ने भी संसद में आपातकाल का जिक्र किया था, जिस पर खूब हंगामा हुआ था।
भारत
आने वाला दौर भारत का- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा, "आज क्या नीतियां, निर्णय बनते हैं, इस पर पूरी दुनिया की नजर है। इस संकल्प की सिद्धि में अवरोध न हो ये हम सभी का दायित्व और कर्तव्य है। जब संसद सुचारू चलती है, स्वस्थ्य चर्चा होती है तो लोगों का विश्वास पूरी व्यवस्था पर बढ़ता है। जब भारत विकसित राष्ट्र बनेगा तो इसमें आपकी भी सहभागिता होगी। आने वाला दौर भारत का है, सदी भारत की है, इसका असर हजार साल तक रहेगा।"
AAP
AAP ने किया अभिभाषण का बहिष्कार
आम आदमी पार्टी (AAP) ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया।
AAP नेता संजय सिंह ने कहा, "दिल्ली के साथ क्या हो रहा है, ये सब जानते हैं। ED के मामले में मुख्यमंत्री केजरीवाल को जमानत मिलने से ठीक पहले CBI ने उनपर दूसरा मामला डाला। यह तानाशाही है। आज यह 240 पर पहुंचे है, अगले चुनाव में 24 पर आएंगे। केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर हम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे।"