प्रधानमंत्री मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने एक-दूसरे पर हमला बोला, जानें क्या-क्या कहा
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने आज एक-दूसरे पर जोरदार हमला बोला।
राव पर निशाना साधने के लिए प्रधानमंत्री ने राजनीति में परिवारवाद का सहारा लिया और कहा कि राजनीतिक वंशवाद के कारण युवाओं के सपने कुचले जाते हैं।
राव ने भी प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए अर्थव्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का जिक्र किया और कहा कि जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव होगा।
दोनों ने और क्या-क्या कहा, आइए विस्तार से जानते हैं।
बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा?
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक अलग राज्य के लिए संघर्ष केवल एक परिवार के हर कीमत पर सत्ता पर काबिज रहने के लिए नहीं था।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक वंशवाद के कारण देश की युवा प्रतिभाओं को राजनीति में आने का मौका नहीं मिलता और उनके सपने कुचले जाते हैं।
उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियों से मुक्ति 21वीं सदी के भारत के लिए जरूरी है।
परिवारवाद
केवल अपना खजाना भरती हैं परिवारवादी पार्टियां- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "तेलंगाना के लोग देख रहे हैं कि जब एक परिवार को समर्पित पार्टियां सत्ता में आती हैं तो उस परिवार के सदस्य भ्रष्टाचार के सबसे बड़े चेहरे बन जाते हैं... परिवारवादी पार्टियां केवल खुद समृद्ध होती हैं और अपना खजाना भरती हैं। उन्हें गरीब लोगों की चिंता नहीं होती... वे लोगों के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं लेतीं।"
उन्होंने कहा कि राजवंशों को सत्ता से हटाने पर ही विकास के रास्ते खुलते हैं।
पलटवार
चंद्रशेखर राव ने पलटवार करते हुए क्या कहा?
चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा, "बहुत भाषणबाजी है, बहुत वादे किए जाते हैं, लेकिन सच्चाई क्या है? उद्योग बंद हो रहे हैं, GDP गिर रही है, महंगाई बढ़ रही है... आदिवासी, दलित और किसान नाखुश हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं देवगौड़ा और एचडी कुमारास्वामी से मिला। राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव होगा और इसे कोई नहीं रोक सकता... भारत बदलेगा, भारत को बदलना होगा... आपको दो-तीन महीने बाद सनसनीखेज खबर मिलेगी।"
राष्ट्रपति चुनाव
किस सनसनीखेज खबर की तरफ इशारा कर रहे थे राव?
दरअसल, जुलाई में देश में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं और राव इसके लिए विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में लगे हैं।
उनका मानना है कि सभी विपक्षी पार्टियां एक साथ आ जाएं तो केंद्र सरकार के राष्ट्रपति उम्मीदवार को हराया जा सकता है।
अभी भाजपा और उसके NDA सहयोगियों के पास विपक्ष के मुकाबले थोड़े कम वोट हैं और अगर विपक्ष एकजुट होता है तो भाजपा का उम्मीदवार हार जाएगा।
राव इसी "सनसनीखेज खबर" की तरफ इशारा कर रहे थे।
प्रयास
विपक्ष को एकजुट करने के लिए कई राज्यों का दौरा कर चुके हैं राव
राव पिछले कुछ हफ्ते से विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए कई राज्यों का दौरा कर चुके हैं।
इस दौरान उन्होंने कई बड़े विपक्षी नेताओं से मुलाकात की है। इन नेताओं में देवगौड़ा और कुमारस्वामी के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी शामिल हैं।
राव जल्द ममता बनर्जी और नीतीश कुमार से भी मिलेंगे।