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प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे मातरम पर बहस में साधा कांग्रेस-नेहरू पर निशाना, जानिए क्या कहा
प्रधानमंत्री मोदी ने की वंदे मातरम पर बहस की शुरुआत

प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे मातरम पर बहस में साधा कांग्रेस-नेहरू पर निशाना, जानिए क्या कहा

Dec 08, 2025
12:35 pm

क्या है खबर?

संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर 10 घंटे की विशेष बहस आयोजित की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में 'वंदे मातरम' पर बोलते हुए बहस की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले वंदे मातरम गीत पर चर्चा करना गर्व की बात है। इस चर्चा से चर्चा से देश को एकजुट होकर चलने की प्रेरणा मिलेगी।

बयान

वंदे मातरम गीत ने आजादी के आंदोलन को दी थी ऊर्जा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले वंदे मातरम गीत पर चर्चा करना गर्व की बात है। ये चर्चा सदन की प्रतिबद्धता को प्रकट करने के साथ आने वाले पीढ़ियों के लिए शिक्षा का कारण बन सकती है।" उन्होंने कहा, "वंदे मातरम की यात्रा विभिन्न पड़ावों से गुजरी है। इस गीत के 50 साल पूरे होने के दौरान हमारा देश गुलामी की जंजीरो में जकड़ा हुआ था और इसी ने आजादी की अलख जगाई थी।

निशाना

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस शासन पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "वंदे मातरम गीत जब 100 साल का हुआ था, तब देश आपातकाल की जंजीरों में था, इस समय संविधान का गला घोंटा गया। इस कालखंड में देशभक्ति के लिए जीने-मरने वाले लोगों को जेल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया गया था। दुर्भाग्य से एक काला कालखंड भी हमारे इतिहास के सामने उजागर हुआ।" उन्होंने कहा, "आज लोकसभा में हो रही वंदे मातरम पर चर्चा से देश को एकजुट होकर चलने की प्रेरणा मिलेगी।"

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याद

प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल, भगवान बिरसा मुंडा और गुरु तेगबहादुर को याद किया

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हमारे लिए गर्व की बात है कि वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर के हम साक्षी बन रहे हैं। यह एक ऐसा कालखंड था, जो हमारे सामने इतिहास की अनगिनत घटनाओं को सामने लेकर आता है।अभी हमने संविधान के 75 वर्ष गौरवपूर्वक पूरे किए हैं। देश ने सरदार वल्लभभाई पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई है। अभी-अभी गुरु तेगबहादुर के बलिदान के 350 वर्ष भी पूरे हुए हैं।"

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जन्म

प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे हुआ वंदे मातरम का जन्म 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "वंदे मातरम की यात्रा की शुरुआत बंकिमचंद्र चटर्जी ने 1875 में की थी। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद अंग्रेज सल्तनत बौखलाई हुई थी। लोगों को मजबूर किया जा रहा था। उस समय अंग्रेजों का राष्ट्रगीत 'गॉड सेव द क्वीन' था। इसे घर-घर पहुंचाने का षड्यंत्र चल रहा था। उस समय बंकिम दा ने ईंट का जवाब पत्थर से दिया और वंदे मातरम का जन्म हुआ। 1882 में उन्होंने आनंदमठ में इस गीत का समावेश किया।"

जुर्माना

वंदे मातरम गीत पर भी लगाया गया था जुर्माना- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "20 मई 1906 को बारीसाल (अब बांग्लादेश में है) में वंदे मातरम जुलूस निकाला गया था, जिसमें सभी धर्म और जातियों के 10,000 से ज्‍यादा लोग सड़कों पर उतरे थे।" उन्होंने कहा, "रंगपुर के एक स्कूल में जब बच्चों ने यह गीत गाया तो अंग्रेजी सरकार ने 200 छात्रों पर 5-5 रुपये का जुर्माना लगा दिया। इतना ही इसके बाद ब्रिटिश हुक्मरानों ने कई स्कूलों में वंदे मातरम गीत गाने पर पाबंदी लगा दी थी।"

निशाना

प्रधानमंत्री मोदी ने नेहरू पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मोहम्मद अली जिन्ना ने लखनऊ में 15 अक्तूबर 1937 को वंदे मातरम नारे का विरोध किया। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू को अपना सिंहासन डोलता दिखा। उन्होंने मुस्लिम लीग के बयानों की निंदा नहीं की और वंदे मातरम की ही पड़ताल शुरू कर दी। 20 अक्तूबर को नेहरू को सुभाष चंद्र बोस को चिट्ठी लिखकर जिन्ना की भावना से सहमति जताते हुए कहा कि वंदे मातरम की आनंदमठ वाली पृष्ठभूमि मुस्लिमों को चिढ़ा सकती है।"

राजनीति

कांग्रेस ने की तुष्टीकरण की राजनीति- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "कांग्रेस ने 26 अक्तूबर, 1937 से कलकत्ता में आयोजित कार्यसमिति की बैठक में वंदे मातरम के उपयोग की चर्चा की बात कही थी। कांग्रेस ने वंदे मातरम पर समझौता कर लिया और वंदे मातरम के टुकड़े कर दिए।" उन्होंने कहा, "इतिहास इस बात का गवाह है कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेके और यह सब मुस्लिम लीग के दबाव में किया। कांग्रेस का तुष्टीकरण की राजनीति को साधने का यह एक तरीका था।"

दावा

देश ने हर बार दमन को पीछे छोड़ा- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "इस देश ने हर बार दमन को पीछे छोड़ते हुए अपना सफर तय किया है। हमारा देश आपातकाल को भी परास्त कर आगे बढ़ा है। मुझे विश्वास है कि संसद के दोनों सदनों में इस गीत पर चर्चा का सकारात्मक असर होगा।" उन्होंने कहा, "कांग्रेस पहले वंदे मातरम पर समझौता करने को झुकी और देश को बंटवारे का दंश भी झेलना पड़ा। वही कांग्रेस आज भी वंदे मातरम को लेकर विवाद कर रही है।"

ट्विटर पोस्ट

यहां सुने प्रधानमंत्री मोदी का पूरा भाषण

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