उद्धव ठाकरे और राउत के खिलाफ राजद्रोह के तहत मामला दर्ज करने की मांग, याचिका दायर

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, उनके बेटे आदित्य ठाकरे और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। मंगलवार को दायर इस जनहित याचिका में तीनों नेताओं के खिलाफ शांति भंग करने और राजद्रोह कानून के तहत मामला दर्ज करने की मांग की गई है। पुणे के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत पाटिल ने यह याचिका दायर की है। आइये पूरी खबर जानते हैं।
पाटिल ने अपनी याचिका में हाई कोर्ट से तीनों नेताओं के शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे के खिलाफ कोई भी बयान देने से रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद महाराष्ट्र के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए और शिंदे के खिलाफ जुबानी हमले किए गए। पाटिल का कहना है कि उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और राउत की धमकियों के चलते बागी विधायक गुवाहाटी में रुके हुए थे।
याचिका में कहा गया है कि संजय राउत ने सभी 40 बागियों को धमकी दी थी कि असम से उनकी लाशें आएंगी और उन्हें सीधा पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। इस तरह सभी नेता महाराष्ट्र में हिंसा और दंगे की स्थिति पैदा कर रहे हैं। अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि इस याचिका पर कब सुनवाई होगी। हालांकि, यह याचिका दायर होने के बाद से महाराष्ट्र में स्थिति काफी बदल गई है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार के बाद बुधवार रात उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे का ऐलान करते हुए ठाकरे ने कहा, "मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ रहा हूं और मुझे इस बात का कोई दुख नहीं है। इसके साथ ही मैं विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं। मुझे इस सब में आना ही नहीं था, इसलिए मैंने मुख्यमंत्री आवास को पहले ही छोड़ दिया था।"
फ्लोर टेस्ट से पहले ही ठाकरे सरकार गिरने से भाजपा में जश्न है और पार्टी ने सरकार गठन की तैयारी करना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, भाजपा बागी एकनाथ शिंदे खेमे के साथ मिलकर देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र में नई सरकार बना सकती है। एकनाथ शिंदे ने आज सुबह ट्वीट कर इसका संकेत देते हुए कहा कि वो जल्द ही भाजपा के साथ मिलकर मंत्री पदों पर चर्चा करेंगे।
ठाकरे के इस्तीफे के बाद राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट के आदेश को रद्द कर दिया है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के ऑफिस ने सभी विधायकों को सूचित करते हुए कहा कि अब फ्लोर टेस्ट की कोई जरूरत नहीं है। इंडिया टुडे के सूत्रों के अनुसार, फडणवीस कल महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं। इसके बाद उन्हें विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना होगा और इसके लिए अलग से फ्लोर टेस्ट का आदेश जारी होगा।