
संजय राउत का बड़ा बयान, कहा- आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को किया जा रहा भाजपा में शामिल
क्या है खबर?
महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर गुरुवार को भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर और शरद पवार वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता जितेंद्र आव्हाड के समर्थकों के बीच हुई झड़प को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। विपक्ष लगातार इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है। इस बीच शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने भाजपा की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोगों को पार्टी में शामिल किया जा रहा है।
बयान
राउत ने क्या दिया बयान?
राउत ने कहा, "यह विधान भवन में एक गैंगवार थी। हत्या, डकैती जैसे गंभीर अपराधों में शामिल या महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोपों का सामना कर रहे लोग वहां मौजूद थे। क्या यही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा की संस्कृति है?" उन्होंने आगे सवाल किया, "क्या आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को पार्टी में शामिल करना पार्टी की संस्कृति के अनुकूल है? हर दिन महाराष्ट्र की छवि पर एक नया धब्बा लग रहा है।"
मांग
राउत ने की राष्ट्रपति शासन की मांग
राउत ने कहा, "शिवसेना (UBT) का मानना है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण, दर्दनाक या चौंकाने वाला है, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति के लिए शर्मनाक है।" उन्होंने दावा किया, "अगर महाराष्ट्र में कोई अन्य पार्टी सत्ता में होती, तो मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्य सरकार को भंग करने की मांग करते। अगर वह आत्ममंथन करें, तो उन्हें एहसास होगा कि उनकी सरकार को भंग करने की जरूरत है।"
निशाना
कांग्रेस ने भी साधा भाजपा पर निशाना
कांग्रेस विधायक विजय वड्डेटीवार ने कहा, "महाराष्ट्र में गुंडाराज चल रहा है। विधायक के इशारे पर विधानसभा नें मारपीट हो रही है। कपड़े फाड़े जा रहे हैं। जितेंद्र आव्हाड को मारने की धमकी मिल रही है। इनको सत्ता का अहंकार आ गया है।पडलकर को सालभर के लिए सदन से निलंबित किया जाए।" NCP विधायक रोहित पवार ने कहा, "गोपीचंद पडलकर महाराष्ट्र का नया आका है। महाराष्ट्र में गुंडाराज नहीं चलेगा। इस नए आका को मुख्यमंत्री का समर्थन हासिल है।"
मांग
विपक्ष ने की पडलकर को निलंबित करने की मांग
विपक्ष के विधायक मामले के विरोध में शुक्रवार को NCP विधायक पवार ने नेतृत्व में 'गुंडाराज' का बैनर लेकर विधानसभा पहुंचे। विपक्षी विधायकों ने भाजपा विधायक पडलकर को विधानसभा से निलंबित करने की मांग की है। इधर, बढ़ते विरोध के बीच अब पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने भाजपा विधायक पडलकर के समर्थकों के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
प्रकरण
क्या है विधानसभा में झड़प का मामला?
बता दें कि भाजपा विधायक पडलकर और NCP विधायक आव्हाड और उनके समर्थकों के बीच बुधवार को तीखी बहस हुई थी, जो गुरुवार को हिंसा में बदल गई। इसमें पडलकर के समर्थकों ने आव्हाड के समर्थक नितिन देशमुख पर हमला किया। इसके बाद दोनों गुटों में जमकर हाथापाई हुई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया था। उसके बाद आव्हाड ने पडलकर और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर धरना दिया था।
कदम
विधानसभा अध्यक्ष ने उठाया सख्त कदम
इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाया है। उन्होंने विधायकों के साथ आने वाले समर्थकों को दिए जाने वाले एक दिवसीय पास को रद्द करते हुए समर्थकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके अलावा विधान भवन सुरक्षा विभाग ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट अध्यक्ष को सौंप दी है। अध्यक्ष जांच रिपोर्ट की जानकारी सदन को देंगे और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।