प्रशांत किशोर ने दिया था JDU का कांग्रेस में विलय करने का सुझाव- नीतीश कुमार
क्या है खबर?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके पूर्व सहयोगी प्रशांत किशोर के बीच तकरार थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामले में प्रशांत के एक दावे पर पलटवार करते हुए नीतीश ने सनसनीखेज खुलासा किया है।
उन्होंने कहा कि चार-पांच साल पहले प्रशांत ने उन्हें उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) का कांग्रेस में विलय करने की सलाह दी थी।
नीतीश ने प्रशांत पर भाजपा के साथ काम करने का आरोप भी लगाया।
दावा
प्रशांत किशोर ने क्या दावा किया था?
गुरूवार को पश्चिम चंपारण जिले के एक गांव में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि जब कुछ दिन पहले वो नीतीश कुमार से मिले थे तो नीतीश ने उन्हें उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी बताते हुए वापस JDU में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था।
उन्होंने कहा था कि वह कभी भी नीतीश के साथ काम नहीं करेंगे, चाहें वो उनके लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी ही क्यों न खाली कर दें।
प्रतिक्रिया
नीतीश बोले- वो कुछ भी बोलता रहता है
अब प्रशांत के दावे पर प्रतिक्रिया देते नीतीश ने कहा, "वो (प्रशांत किशोर) ऐसे ही बोलता रहता है... कुछ नहीं है, उनकी जो मर्जी हो, बोलते रहें। हम लोगों को कोई लेना-देना नहीं है... हम रोज-रोज क्या बोलें। वो मेरे साथ मेरे घर में रहता था, क्या हम बोलें... एक बार बीच में उसने बोला कि अपनी पार्टी को कांग्रेस पार्टी में मर्ज (विलय) कर दीजिए... बहुत पहले, आज से चार-पांच साल पहले। इन लोगों का कोई ठिकाना नहीं है।"
आरोप
नीतीश का प्रशांत पर भाजपा के साथ काम करने का आरोप
नीतीश ने प्रशांत पर भाजपा के साथ काम करने का आरोप भी लगाया।
उन्होंने कहा, "जहां गया है, भाजपा में तो उसी के हिसाब से सब कर रहा है... हम नहीं बुलाए थे, अपने आप आया था मिलने। कुछ भी बोलेगा तो हम कुछ नहीं कहेंगे... अच्छा है जब मदद कर रहा है और उन लोगों के साथ है तो बेचारे को वहां भी जगह मिल जाए केंद्र में। वह अब तक उसी (भाजपा) का काम कर रहा है।"
संबंध
एक समय बेहद करीबी थे नीतीश और प्रशांत
बता दें कि नीतीश और प्रशांत एक समय बेहद करीबी हुआ करते थे और 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत ने ही नीतीश का चुनाव प्रचार संभाला था।
वह 2018 में नीतीश की पार्टी JDU में भी शामिल हो गए थे और कुछ समय तक पार्टी के उपाध्यक्ष रहे थे।
हालांकि नागरिकता कानून (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) जैसे मुद्दों पर नीतीश की खिलाफत करने पर उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया गया था।
राजनीति
बिहार में 'जन सुराज अभियान' चला रहे हैं प्रशांत किशोर
चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ चुके प्रशांत अभी बिहार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और 'जन सुराज अभियान' चला रहे हैं। इस अभियान के तहत वह पदयात्रा करके गांव-गांव जा रहे हैं और स्थानीय ग्रामीणों से मिल रहे हैं।
इस यात्रा के दौरान उन्होंने कई बार मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश के कामकाज पर सवाल उठाए हैं और इसी के कारण दोनों के संबंधों में खटास बढ़ना शुरू हुई है।