महाराष्ट्र में शिवाजी प्रतिमा गिरने पर नितिन गडकरी बोले- स्टील उपयोग करते तो नहीं गिरती
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा गिरने के बाद प्रदेश में सियासी हलचल मची हुई है। इस बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान सामने आया है। केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा, "समुद्र के पास बनने वाले पुलों के निर्माण में स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया जाना चाहिए...अगर छत्रपति शिवाजी की मूर्ति के लिए स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया गया होता, तो वह कभी नहीं गिरती।"
आगे क्या बोले गडकरी?
गडकरी ने आगे कहा, "जब मैं (महाराष्ट्र के मंत्री के रूप में) मुंबई में 55 फ्लाईओवर के निर्माण का काम कर रहा था, तो एक व्यक्ति ने मुझे बेवकूफ बनाया। उसने लोहे की छड़ों पर कुछ पाउडर कोटिंग लगाई और कहा कि ये जंग-रोधी हैं। लेकिन उनमें जंग लग गई। मुझे लगता है कि स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल समुद्र से 30 किलोमीटर के भीतर ही किया जाना चाहिए। समुद्र के किनारे बनी इमारतें जल्दी खराब होने लगती हैं।"
सुनिए, क्या बोले गडकरी
क्या है महाराष्ट्र में शिवाजी की प्रतिमा गिरने का मामला?
मुंबई से लगभग 480 किलोमीटर दूर सिंधुदुर्ग के मालवण तहसील के राजकोट किले में शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा पिछले हफ्ते ढह गई। प्रतिमा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस पर किया था, जिससे इसकी खराब गुणवत्ता पर विवाद और बढ़ गया। मामले पर विपक्ष महाराष्ट्र सरकार पर हावी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी माफी मांग चुके हैं। मामले में संरचनात्मक सलाहकार चेतन पाटिल गिरफ्तार है, जबकि ठेकेदार जयदीप आप्टे फरार है।