
'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए NDA सांसदों ने मोदी का सम्मान किया, विपक्ष पर साधा निशाना
क्या है खबर?
दिल्ली के संसद भवन में मंगलवार को सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सांसदों की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहे। संसद के पुस्तकालय भवन में हुए बैठक के दौरान सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी को 'ऑपरेशन सिंदूर' और 'ऑपरेशन महादेव' का श्रेय दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोदी को माला पहनाई। इस दौरान 'भारत माता की जय' के साथ 'हर-हर महादेव' के नारे लगाए। कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।
सम्मान
ऑपरेशन की सफलता पर प्रस्ताव पारित
बैठक के दौरान NDA सांसदों ने मिलकर एक प्रस्ताव भी पारित किया है, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव की प्रशंसा की गई है। बैठक को प्रधानमंत्री मोदी संबोधित भी करेंगे। इसके बाद सभी संसद के मानसून सत्र में हिस्सा लेंगे। महिला सांसदों को विशेष तौर पर कार्यक्रम स्थल पर अग्रिम पंक्ति में बैठने का अनुरोध किया गया है। संभावना है कि बैठक में 'तिरंगा यात्रा' और मौजूदा सत्र में NDA की राजनीतिक रणनीति की रूपरेखा पर चर्चा हो।
संबोधन
विपक्ष ने खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारी- मोदी
बंद कमरे में प्रधानमंत्री मोदी ने NDA सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा की मांग करके गलती की है। उन्होंने कहा, "संसद में बहस के दौरान विपक्ष बुरी तरह पराजित हुआ है। आपको ऐसा विपक्ष और कहां मिलेगा, जो अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार रहा हो।" उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष आत्मक्षति पर अड़ा हुआ है।
ट्विटर पोस्ट
प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान
NDA सांसदों की बैठक में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव की सफलता पर पीएम मोदी का सम्मान किया गया। सांसदों ने लगाए भारत माता की जय और हर हर महादेव के नारे। सभी महिला सांसदों को अग्रिम पंक्ति में स्थान दिया गया। pic.twitter.com/ujm16vWHHo
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) August 5, 2025
बैठक
सैन्य अभियान के बाद पहली बार हो रही बैठक
NDA सांसदों की बैठक ऐसे समय पर हो रही है, जब संसद बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर बाधित चल रहा है। पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना के सैन्य अभियान के बाद यह पहला मौका है, जब प्रधानमंत्री और NDA सांसदों की बैठक हो रही है। पहलगाम हमला और 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर संसद में 32 घंटे चर्चा भी हुई थी, जिसमें विपक्ष ने 22 अप्रैल के हमले को सरकार की नाकामी करार दिया था।