
अंबेडकर विवाद पर सामने आईं मायावती, अमित शाह से बयान वापस लेने और पश्चाताप की मांग
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने अंबेडकर विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को निशाने पर लिया है।
उन्होंने गुरुवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, "भाजपा के अमित शाह ने संसद में भारतीय संविधान के मूल निर्माता, दलितों और अन्य उपेक्षित वर्गों के भगवान और मसीहा बाबासाहब भीमराव अंडेबकर के लिए जिन शब्दों का किया गया है, उससे बाबासाहब की गरिमा और अस्तित्व को गहरी चोट पहुंची है।"
बयान
आगे क्या बोलीं मायावती?
मायावती ने आगे कहा, "हमारी पार्टी का मानना है कि इससे बाबासाहब का अपमान हुआ है। इससे उनके अनुयायियों में जबरदस्त गुस्सा और आक्रोश व्याप्त है। उनके (शाह) कहे गए शब्द उनको जल्दी ही वापस ले लेना चाहिए और पश्चाताप भी जरूर करना चाहिए, जो बेहतर होगा। वरना इनके अनुयायी कभी इस घटना को भुला नहीं पाएंगे और न ही माफ कर पाएंगे। जैसे कांग्रेस के असंख्य पापों को अनुयायी कभी माफ नहीं कर पाए हैं।"
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, क्या बोलीं मायावती
#WATCH लखनऊ, उत्तर प्रदेश: बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, "भारतीय संविधान के निर्माता और दलितों व अन्य उपेक्षित वर्गों के मसीहा डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में संसद में अमित शाह द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों से बाबा साहब की गरिमा और अस्तित्व को गहरी ठेस पहुंची है और एक तरह से उनका… pic.twitter.com/NPnb2IcynD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2024
विवाद
क्या है शाह के विवादित बयान का मामला?
देश में संविधान लागू होने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर मंगलवार को संविधान पर चर्चा के अंतिम दिन शाह ने राज्यसभा में अंबेडकर पर टिप्पणी की थी।
उन्होंने कहा था, "अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।"
इसी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल हमलावर हैं। उन्होंने शाह से माफी और इस्तीफा देने की मांग की है।