मालेगांव बम धमाकों की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति में जगह
क्या है खबर?
मालेगांव बम धमाकों की आरोपी और भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाह समिति में जगह दी गई है।
रक्षा से संबंधित विषयों पर चर्चा करने वाली इस समिति के चेयरमैन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं।
समिति में कुल 21 सदस्य हैं और फिलहाल हिरासत में बंद फारुक अब्दुल्ला समेत कई विपक्षी नेता इसमें शामिल हैं।
बम धमाकों की आरोपी प्रज्ञा को इस समिति में शामिल किए जाने पर विवाद खड़ा होना निश्चित है।
आतंकवाद के आरोप
प्रज्ञा पर चल चुका है आतंकवाद की धाराओं के तहत केस
प्रज्ञा ठाकुर पर 2008 में हुए मालेगांव बम धमाकों की साजिश में शामिल होने का आरोप है।
मामले में उन पर आतंकवाद के आरोपियों पर लगने वाले महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम (मकोका) के तहत भी केस चल चुका है।
हालांकि, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने उनसे मकोका के आरोप हटा दिए थे, जिसके बाद अप्रैल 2017 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने उन्हें स्वास्थ्य कारणों से जमानत दे दी थी।
जानकारी
मालेगांव बम धमाकों में हुई थी छह लोगों की मौत
महाराष्ट्र के मालेगांव में 29 सितंबर, 2008 को बम धमाके हुए थे जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे। प्रज्ञा ठाकुर के नाम रजिस्टर्ज एक मोटरसाइकिल पर विस्फोट बांधकर इस धमाके को अंजाम दिया गया था।
चार्जशीट
साजिश रचने वाली कई बैठकों में शामिल हुईं थीं प्रज्ञा ठाकुर
मामले में दायर चार्जशीट के अनुसार, धमाके की योजना बनाने के लिए अलग-अलग शहरों में कई बैठकें हुई थीं।
ऐसी ही एक बैठक में प्रज्ञा ने कथित तौर पर हमले को अंजाम देने वाले व्यक्ति को खोजने का जिम्मा लिया था।
मामले की चार्जशीट में बताया गया कि इन लोगों के नाम सुनील जोशी, रामचंद्रा कालसंगरा और संदीप डांगे था।
इनमें से प्रज्ञा, जोशी और कालसंगरा के करीब थी और इन्हें धमाका करने के लिए अपनी मोटरसाइकिल दी थी।
मुकदमा
अभी UAPA के तहत चल रहा प्रज्ञा ठाकुर पर मुकदमा
मामले में प्रज्ञा कई साल जेल में भी रह चुकी हैं और फिलहाल स्वास्थ्य कारणों से जमानत पर बाहर हैं।
अभी उन पर अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत मामला चल रहा है।
मकोका के बाद NIA ने प्रज्ञा को UAPA के आरोपों से बरी करने की दलील भी दी थी, लेकिन कोर्ट ने इसे मानने से इनकार करते हुए उनके खिलाफ UAPA के तहत मामला चलाने का आदेश दिया था।
विवादित बयान
गोडसे को देशभक्त बता चुकी हैं प्रज्ञा ठाकुर
मालेगांव बम धमाकों में शामिल होने के आरोपों के अलावा प्रज्ञा अपने विवादित बयानों के लिए भी अक्सर चर्चा में रहती हैं।
हालिया लोकसभा चुनाव के प्रचार के समय उन्होंने कई ऐसे बयान दिए थे जिन पर जमकर विवाद हुआ था।
ऐसे ही एक बयान में उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था।
उनके इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वो प्रज्ञा को कभी भी दिल से माफ नहीं करेंगे।