अरुणाचल प्रदेश: लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका, 25 नेताओं ने छोड़ी पार्टी
लोकसभा चुनाव से पहले अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बड़ा झटका लगा है। टिकट नहीं मिलने से नाराज 25 नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। इनमें छह मंत्री भी शामिल हैं। इस्तीफा देने वालों में पार्टी के महासचिव जरपुम गंबिन, गृहमंत्री कुमार वाई और पर्यटन मंत्री जरकार गमलिन आदि के नाम शामिल हैं। इनके अलावा छह विधायकों ने भी पार्टी छोड़ी है। बता दें, राज्य में 11 अप्रैल को लोकसभा और विधानसभा के चुनाव होने हैं।
इस्तीफा देने वाले मंत्री ने लगाया वंशवाद का आरोप
इस्तीफा देने वाले विधायकों के नाम थंगवांग वांगम, तापुक टाकू, पनी तारम, पंकगा बागे, वैंगलिंग लावनडोंग और कार्दो न्यीग्योर हैं। इन विधायकों ने भाजपा की सहयोगी रही कोर्नाड संगमा की नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) का दामन थामा है। NPP इन चुनावों में अपने दम पर मैदान में उतर रही है। गृह मंत्री वाई ने इस्तीफा देते हुए पार्टी पर वंशवाद को बढ़ावा देेने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि भाजपा, कांग्रेस पर वंशवादी पार्टी होने का आरोप लगाती है।
'मुख्यमंत्री के परिवार को मिले तीन टिकट'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वाई ने कहा, "अगर भाजपा सही होती तो हम कभी इस्तीफा नहीं देते। पार्टी हाईकमान कहती है कि उनके लिए सबसे पहले देश, उसके बाद पार्टी और बाद में बाकी सब आते हैं, लेकिन असल में वो उल्टा करते हैं। वे कांग्रेस पर वंशवाद का आरोप लगाते हैं लेकिन अरुणाचल में देखिये, यहां मुख्यमंत्री के परिवार को तीन टिकट मिले हैं।" बता दें, राज्य में भाजपा ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है।
पार्टी ने क्या कहा?
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि पार्टी की चुनाव समिति ने टिकटों पर फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि टिकट का बंटवारा पार्टी का आंतरिक मुद्दा है। पार्टी की राज्य चुनाव समिति की सिफारिश पर केंद्रीय चुनाव समिति ने फैसला लिया है। उन्होंने कहा, "यह सच है कि कई मंत्रियों को टिकट नहीं मिला है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि जमीन पर उनकी स्थिति ठीक नहीं है। पार्टी ने इस आधार पर उनके टिकट काटे हैं।"