महाराष्ट्र निकाय चुनाव में महायुति की बड़ी जीत, MVA काफी पिछड़ा
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में नगर परिषद और नगर पंचायत की सभी 288 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे या रुझान आ चुके हैं, जिसमें सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने स्पष्ट बढ़त हासिल की है। वहीं, महाविकास आघाड़ी (MVA) को बड़ा झटका लगा है। MVA में भाजपा 127 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। शिवसेना (शिंदे) को 54 और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP अजित) को 37 सीटें मिली हैं।
MVA
कैसा रहा MVA का प्रदर्शन?
MVA में कांग्रेस को अब तक 31 सीटों पर जीत मिली है और वो सबसे बड़ी पार्टी है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) को 9 और NCP (शरद पवार गुट) को 7 सीटें मिली हैं। इस तरह MVA को कुल 47 सीटों पर जीत मिली है। वहीं, अन्य पार्टियों और निर्दलीयों ने 23 सीटों पर सफलता हासिल की है। शहरी इलाकों में महायुति को भारी संख्या में वोट मिल हैं।
BMC
BMC चुनावों से पहले महायुति को बड़ी बढ़त
इन चुनावी परिणामों को विधानसभा चुनावों के बाद जनता की नब्ज टटोलने के तौर पर देखा जा रहा था। इसके बाद देश की सबसे बड़ी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) और अन्य 28 नगर निगम के चुनाव भी होना है। इन परिणामों से उत्साहित महायुति को उधर भी फायदा हो सकता है। BMC और बाकी नगर निगम के लिए मतदान 15 जनवरी और मतगणना 16 जनवरी को होगी। कुल 2,869 सीटों पर मुकाबला होगा, जिसमें करीब 3.48 करोड़ मतदाता मतदान करेंगे।
बयान
मुख्यमंत्री ने जीते हुए उम्मीदवारों को दी बधाई
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लिखा, 'माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और माननीय केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डाजी और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीनजी के मार्गदर्शन में और भाजपा के राज्य अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण और सभी कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत से, भाजपा एक बार फिर राज्य में नंबर 1 है! सभी जीतने वाले उम्मीदवारों को हार्दिक बधाई और मतदाताओं का बहुत-बहुत धन्यवाद! अभी विकास जारी है।'
चुनाव
2 चरणों में हुए थे चुनाव
महाराष्ट्र में 286 नगर परिषद और नगर पंचायतों के लिए 2 चरणों में चुनाव हुए थे। पहले चरण में 263 निकायों में 2 दिसंबर को वोट डाले गए थे। बाकी 23 नगर परिषदों और कई खाली पदों पर 20 दिसंबर को मतदान हुआ था। सभी की मतगणना आज हुई। अधिकारियों के अनुसार, नगर परिषदों और नगर पंचायतों में अध्यक्ष और सदस्यों के पदों के लिए मतदान में 47.04 प्रतिशत वोट डाले गए थे।