कश्मीर में लगातार आतंकी हिंसा झेल रही भाजपा, इन नेताओं की हुई हत्या
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के नेताओं पर आतंकी हमले जारी हैं और बुधवार को पुलवामा में आतंकियों ने भाजपा पार्षद राकेश पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी। उनकी हत्या तब की गई जब वे त्राल स्थित अपने एक दोस्त के घर आए हुए थे। आतंकियों ने घर में घुसकर उन पर गोलियां बरसा दीं। आइए आपको बताते हैं कि हालिया समय में कश्मीर में किन-किन भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को आतंकियों के हमले में अपनी जान गंवानी पड़ी है।
पिछले साल अक्टूबर में तीन और अगस्त में एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या
बुधवार को राकेश पंडित की हत्या से पहले आतंकियों ने अक्टूबर, 2020 में भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं पर हमला किया था। आतंकियों ने कुलगाम में उनकी कार पर हमला किया था जिसमें फिदा हुसैन याटू, उमर सिंह राशिद और उमर रमजान हजाम नामक ये तीनों कार्यकर्ता मारे गए थे। इससे पहले अगस्त, 2020 में बड़गाम में अज्ञात लोगों ने भाजपा कार्यकर्ता अब्दुल हामिद पर गोलियां बरसाई थीं और उनकी अस्पताल में मौत हो गई थी।
जुलाई, 2020 में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष की हत्या
इसी तरह जुलाई, 2020 में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष शेख वसीम बारी की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिस समय उन पर हमला हुआ, वह अपने पिता और भाई के साथ पुलिस स्टेशन से चंद मीटर दूर स्थित एक दुकान पर बैठे थे। हमले में तीनों की मौत हो गई थी। तीनों को सिर में गोली मारी गई थी। बारी को सुरक्षा भी मिली हुई थी, लेकिन हमले के समय उनका सुरक्षा गार्ड गायब था।
मई, 2019 में भाजपा जिला अध्यक्ष की हत्या
मई, 2019 में दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में भाजपा के जिला अध्यक्ष गुल मोहम्मद मीर की भी आतंकियों ने हत्या कर दी थी। 60 वर्षीय मीर पर 4 मई की देर शाम आतंकियों ने गोलियां बरसाई थीं। उन्हें कुल पांच गोलियां लगी थीं और अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया। उन्हें बार-बार मांग करने के बावजूद भी पुलिस से सुरक्षा नहीं मिली थी। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर उनकी हत्या की कड़ी निंदा की थी।
अगस्त, 2018 में शब्बीर अहमद बट की हत्या
अगस्त, 2018 में पुलवामा में आतंकियों ने भाजपा नेता शब्बीर अहमद बट की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बट अपने गांव से दूर श्रीनगर में रहते थे और जब वे ईद के मौके पर गांव लौट रहे थे, तब आतंकियों ने उन्हें उनके घर के पास से अगवा कर लिया और बाद में गोली मारकर हत्या कर ली। जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे अमित शाह ने ट्वीट कर इस घटना पर गुस्सा प्रकट किया था।
नवंबर, 2017 में भाजपा जिलाध्यक्ष की गला काट कर हत्या
नवंबर, 2017 में भी शोपियां में भाजपा के जिलाध्यक्ष और भाजपा यूथ विंग के नेता गौहर गौहर अहमद बट की आतंकियों ने गला काट कर हत्या कर दी थी। उनकी घर से अगवा करने के बाद हत्या की गई थी और उनका शव एक बगीचे में मिला था। पुलिस ने उनकी हत्या में लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों का हाथ बताया था। भाजपा ने हमले को कायराना बताया था।
इन नेताओं के घरों पर हुए हमले, मौजूद न होने के कारण बचे
इन हत्याओं के अलावा भाजपा के कई नेताओं पर हमले भी हुए हैं जिनमें वे बाल-बाल बचे हैं। इस साल अप्रैल में ही भाजपा नेता मोहम्मद अनवर खान के घर पर हमला हुआ था और इस हमले में उनके एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई थी। खान घर पर नहीं थे और इसी कारण बच गए। इसी तरह 2014 में कश्मीर में भाजपा के पुराने नेता मुश्ताक नूराबादी के घर पर हमला हुआ था, लेकिन तब वह घर नहीं थे।