कर्नाटक चुनाव: डीके शिवकुमार की बड़ी जीत, जगदीश शेट्टार हारे; जानें प्रमुख नेताओं का हाल
कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की है। वह राज्य की 224 सीटों में से 136 सीटों पर आगे चल रही है या जीत चुकी है। यह बहुमत के आंकड़े 113 सीट से काफी ज्यादा हैं। इस चुनाव में कई दिग्गज नेता भी मैदान में थे। इनमें वर्तमान से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टियों के अध्यक्ष शामिल हैं। आइए जानते हैं कि किन बड़े नेताओं को जीत मिली है और किन्हें हार का सामना करना पड़ा है।
डीके शिवकुमार
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कनकपुरा सीट से करीब 1,22,392 वोटों से जीत दर्ज की है। उन्हें 1,43,023 वोट मिले। दूसरे नंबर पर रहे जनता दल सेक्युलर (JDS) के बी नागराजू को 20,631 वोट मिले। भाजपा ने इस सीट से राजस्व मंत्री आर अशोक को मैदान में उतारा था। वे 19,753 वोट लाकर तीसरे नंबर पर रहे। इस सीट पर पिछले 14 चुनावों में भाजपा को एक बार भी जीत नहीं मिली है, जबकि कांग्रेस 6 बार जीती है।
बसवराज बोम्मई
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई शिग्गांव सीट से मैदान में थे। उन्होंने 35,978 वोटों से जीत दर्ज की है। उनके सामने कांग्रेस के यासिर अहमद खान पठान और JDS के शशिधर चन्नबसप्पा यलीगर थे। 2008 से इस सीट पर बोम्मई का कब्जा है और उन्होंने एक बार फिर इस सीट पर जीत दर्ज की है। 2018 में बोम्मई ने इस सीट पर मात्र 9,265 वोटों से जीत दर्ज की थी।
सिद्धारमैया
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने वरुणा सीट से 46,163 वोटों से जीत दर्ज की है। उनके सामने भाजपा ने कर्नाटक सरकार में मंत्री वी सोमन्ना को उतारा था, वहीं JDS से डॉ भारती शंकर प्रत्याशी थे। सोमन्ना को 73,653 वोट मिले। पिछले चुनाव में सिद्धारमैया के बेटे यतीन्द्र एस ने यहां से जीत दर्ज की थी। उन्होंने भाजपा के टोआडप्पा बासवराजू को 58,616 वोटों से हराया था। 2008 से इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है।
एचडी कुमारस्वामी
चन्नापट्टन से JDS प्रमुख एचडी कुमारस्वामी ने 15,915 वोटों से जीत दर्ज की है। उनके सामने भाजपा ने सीपी योगेश्वर को उतारा था, जिन्हें 80,677 वोट मिले। कांग्रेस से गंगाधर एस मैदान में थे। कुमारस्वामी के बेटे निखिल को रामनगरम सीट से हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें कांग्रेस के इकबाल हुसैन ने 10,715 वोटों से हरा दिया है। कुमारस्वामी की पत्नी अनीता ने बेटे निखिल के लिए ये सीट खाली की थी।
लक्ष्मण सावदी
पूर्व उपमुख्यमंत्री और हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए लक्ष्मण सावदी को अथणी सीट से जीत मिली है। उन्होंने भाजपा के महेश कुमाथल्ली को 76,122 वोटों से हराया। सावदी को 1,31,404 तो महेश को 55,282 वोट मिले हैं। पिछले चुनाव में भाजपा के टिकट पर लड़े सावदी को कांग्रेस के महेश कुमाथल्ली ने हराया था, लेकिन बाद में महेश भाजपा में शामिल हो गए और उन्होंने उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। इस बार वो हार गए।
जगदीश शेट्टार
कर्नाटक के दिग्गज लिंगाायत नेता माने जाने वाले जगदीश शेट्टार ने चुनाव से पहले ही भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट से शेट्टार को भाजपा के महेश तेंगिनाकाई ने लगभग 35,000 वोटों से हरा दिया। महेश को 84,658 वोट मिले हैं। बता दें कि शेट्टार इस सीट से पहले 6 बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन इस बार उनका जादू नहीं चल सका।
प्रियांक खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने चित्तपुर से 13,640 वोटों से जीत दर्ज की है। उनका सामना भाजपा की मणिकांता राठौड़ से था। मणिकांता को 67,683 तो प्रियांक को 81,323 वोट मिले। 2018 में भी प्रियांक ने इस सीट पर 4,393 वोटों से जीत दर्ज की थी। JDS ने इस सीट से डॉक्टर सुभाषचंद्र राठौड़ को टिकट दिया था, जिन्हें NOTA से भी कम 643 वोट मिले।