कैलाश विजयवर्गीय टिकट मिलने से नाखुश, बोले- मैं अब बड़ा नेता, हाथ जोड़ने कहां जाऊंगा
क्या है खबर?
भाजपा ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर 39 उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी जारी कर दी है। इस सूची में कई सांसदों और केंद्रीय मंत्री समेत भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का भी नाम है।
विजयवर्गीय को पार्टी ने इंदौर-1 सीट से उम्मीदवार बनाया है। अब विजयवर्गीय ने एक सभा में कहा कि मुझे टिकट जरूर मिल गया, लेकिन मैं खुश नहीं हूं, एक परसेंट भी चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं है।
बयान
क्या बोले विजयवर्गीय?
विजयवर्गीय ने एक सभा में कहा, "मैं अंदर से खुश नहीं हूं, इसलिए कि चुनाव लड़ने की इच्छा ही नहीं थी। एक माइंड सेट होता है ना लड़ने का, मुझे अभी भी विश्वास नहीं है कि मुझे टिकट मिल गया। अब अपन बड़े नेता हो गए, अब जाना भाषण देना और निकल जाना। यह सोचा था हमने तो। अब हाथ जोड़ने कहां जाएं? हमने प्लान बनाया था कि रोज 8 सभा करना है, 5 हेलीकॉप्टर से और 3 कार से।"
मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पद को लेकर क्या बोले विजयवर्गीय?
विजयवर्गीय ने आगे कहा, "भगवान को कुछ और ही मंजूर था, वह चाहते थे कि मैं चुनाव लड़ू और फिर से जनता के बीच जाऊं। विधानसभा एक का चुनाव एक-एक कार्यकर्ता को लड़ना है। आप सभी कैलाश विजयवर्गीय हो और हर एक घर पर आपको दस्तक देना है।"
भाषण के दौरान भीड़ में से किसी ने पूछा- मुख्यमंत्री बन जाओगे अब? इस पर विजयवर्गीय ने कहा, "वो सब तो ठीक है।"
कांग्रेस
विजयवर्गीय के बयान पर कांग्रेस ने साधा निशाना
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी में मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने विजयवर्गीय के बयान पर कहा, "ये हैं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव जी, जो इंदौर-1 से विधानसभा का टिकिट मिलने से अंदर से खुश नहीं हैं! इनका कहना है इन्हें तो रोज 8 सभाओं में भाषण झाड़ना था, अब बड़े नेता हो गए हैं, अब जनता के हाथ कौन जोड़े...!! इतना अहंकार कि जिस जनता ने उन्हें कैलाश विजयवर्गीय "जी" बनाया, उनके हाथ जोड़ने में शर्म...!!"
मायने
विजयवर्गीय के बयान के क्या हैं मायने?
विजयवर्गीय के बयान से कई अटकलें लगाई जा रही हैं। चर्चा है कि विजयवर्गीय बड़ा पद चाहते थे। वे चुनाव लड़ने से पहले ही इनकार भी कर चुके हैं।
कई लोगों का कहना है कि विजयवर्गीय को अपने बेटे आकाश के भविष्य की चिंता है। दरअसल, आकाश दोबारा से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन खुद विजयवर्गीय को टिकट मिल गया है तो अब उनके बेटे को नहीं मिलना तय है।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होना है। इसके लिए भाजपा ने परंपरा को तोड़ते हुए चुनावी तारीख की घोषणा से पहले ही 39-39 उम्मीदवारों के नाम की 2 सूची जारी कर दी है।
इनमें से 3 को छोड़कर वर्तमान में सभी सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। भाजपा की दूसरी सूची में 3 केंद्रीय मंत्रियों- नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम है। इसके अलावा 6 सांसदों को भी टिकट मिला है।