झारखंड: ED की गिरफ्तारी के 3 दिन बाद ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने इस्तीफा दिया
झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा राजभवन को भेजा है। आलम ने अपना इस्तीफा प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तारी के 3 दिन बाद सौंपा है। ED ने 15 मई को 6 घंटे तक पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था। आलम को जांच एजेंसी ने 14 मई को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, पहले दिन वह पूछताछ से वापस आ गए थे।
आलम के निजी सचिव और उसके घरेलू सहायक पहले से गिरफ्तार
आलमगीर आलम के निजी सचिव (PS) संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम को पहले ही ED ने गिरफ्तार किया हुआ है। दोनों के पास से छापेमारी के दौरान ED की टीम ने 37 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की थी। बताया जा रहा है कि दोनों ने अपनी पूछताछ में आलम का नाम लिया था। वहीं आलम के वकील का कहना है कि आलम को 6 दिन की ED की हिरासत में भेजा गया है।
क्या है मामला?
यह मामला ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले से जुड़ी है, जिसे ED ने पिछले साल गिरफ्तार किया था। वीरेंद्र के यहां छापे में करीब 150 करोड़ रुपये की संपत्ति और 2 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण बरामद किए गए थे। वीरेंद्र से 2 दिन पूछताछ भी हुई, जिसमें उन्होंने कई बड़े नामों का खुलासा किया था। इसके बाद विभाग के मंत्री और उनके PS पर शिकंजा कसा गया।