जयंत सिन्हा भी नहीं लड़ेंगे चुनाव, लेकिन पार्टी के साथ करते रहेंगे काम
गौतम गंभीर के बाद भाजपा के एक और सांसद जयंत सिन्हा ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें 'प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों' से मुक्त करने का आग्रह किया है। झारखंड के हजारीबाग से लोकसभा सांसद सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि वो आर्थिक और प्रशासन के मुद्दों पर पार्टी के साथ काम करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि वह भारत और दुनिया में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर काम करना चाहते हैं।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे थे सिन्हा
केंद्रीय मंत्री रह चुके सिन्हा यशवंत सिन्हा के पुत्र हैं, जो मोदी सरकार के कट्टर आलोचकों में गिने जाते हैं। 2014 में पहली बार सांसद बनने वाले सिन्हा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त राज्य मंत्री रहे थे। इसके अलावा उन्होंने नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री का कार्यभार भी संभाला था। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई करने वाले सिन्हा राजनीति में आने से पहले कार्पोरेट दुनिया में कई अहम पदों पर रहे थे।
कई चेहरों की कट सकती है टिकट
बताया जा रहा है कि भाजपा कई मौजूदा सांसदों के टिकट काटकर उनकी जगह नए चेहरों को मौका देना चाहती है। ऐसे में कई सांसदों ने पार्टी को बता दिया है कि वो चुनावी राजनीति की जगह संगठन में काम करना चाहते हैं। शनिवार सुबह ही पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने भी खेल की दुनिया पर ध्यान देने के लिए राजनीति से अलविदा कहने का ऐलान किया था।