जम्मू-कश्मीर में भाजपा सिर्फ 62 पर लड़ेगी, घाटी में उतारे सिर्फ 19 उम्मीदवार
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में भाजपा एक अलग रणनीति पर काम कर रही है। यहां कुल 90 विधानसभा सीटों में भाजपा ने सिर्फ 62 उम्मीदवार उतारे हैं।
भाजपा ने जम्मू की सभी 43 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं, जबकि कश्मीर घाटी 47 सीटों में से सिर्फ 19 को टिकट दिया है।
पार्टी ने बुधवार को 19 उम्मीदवारों के बाद घोषणा कर दी कि अब वह घाटी में अन्य किसी उम्मीदवार का नाम जारी नहीं करेगी।
चुनाव
घाटी में भाजपा को नहीं है ज्यादा उम्मीद
जम्मू में 13 सीटों को छोड़ दें तो अधिकतर सीटें हिंदू बहुल हैं, ऐसे में भाजपा ने सभी 43 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर यहां से अधिकतर सीटें जीतने की योजना बनाई है।
वहीं भाजपा ने घाटी में दक्षिण कश्मीर की 16 विधानसभा सीटों से 8, मध्य कश्मीर की 15 में 6 और उत्तर कश्मीर की 16 सीटों से 5 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
घाटी में भाजपा काफी कमजोर मानी जा रही है।
रणनीति
भाजपा की क्या है रणनीति?
अगर भाजपा जम्मू-कश्मीर की सभी 90 सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी तो उसे बहुमत तक पहुंचने में भी मुश्किल होगी। ऐसे में उसकी चुनाव जीतने की अलग योजना है।
भाजपा ने घाटी की 28 सीटों क्यों छोड़ी है, इसके पीछे गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा नेता राम माधव की योजना बताई जा रही है।
योजना के मुताबिक, भाजपा घाटी में अपने उम्मीदवारों के बल पर चुनाव नहीं जीत सकती, ऐसे में उसका ध्यान निर्दलीय उम्मीदवारों पर है।
चुनाव
चुनाव के बाद निर्दलीय विजेताओं पर नजर
खबरों के मुताबिक, भाजपा पूरा ध्यान जम्मू की 43 सीटों पर लगा रही है। अगर यहां उसे 35 सीटें भी मिल जाती है तो वह कश्मीर में निर्दलीय उम्मीदवारों के भरोसे सरकार बना सकती है।
जम्मू-कश्मीर में बहुमत के लिए 45 सीटें जीतना जरूरी है, ऐसे में भाजपा निर्दलीय और छोटे दलों के उम्मीदवारों को अपना समर्थन देकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस से भिड़ेगी।
अनंतनाग से भाजपा उम्मीदवार रफीक वानी ने तो यह बात खुलकर कह दी है।
जानकारी
3 चरणों में होगा चुनाव
जम्मू-कश्मीर चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने 32 और 51 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। 5 सीटों पर दोनों मिलकर लड़ेंगे। यहां पहला चुनाव 18, दूसरा चुनाव 25 सितंबर को है। तीसरा और अंतिम चुनाव 1 अक्टूबर को होगा।