कांग्रेस नेता परमेश्वर पर आयकर विभाग का छापा, अधिकारी बोले- जब्त किया 4.5 करोड़ रुपये कैश
क्या है खबर?
कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता जी परमेश्वर से जुड़े स्थानों पर लगातार दूसरे दिन आयकर विभाग के छापे पड़े।
आयकर अधिकारियों के अनुसार परमेश्वर के घर और उनसे संबंधित दो मेडिकल कॉलेजों पर छापे में 4.52 करोड़ रुपये कैश जब्त किया गया है।
परमेश्वर और उनके एक अन्य कांग्रेस नेता पर मेडिकल कॉलेजों में सरकारी सीटें बेचने का आरोप है और इसी संबंध में उनसे संबंधित स्थानों पर छापे मारे गए हैं।
छापा
आयकर विभाग को मिली थी 50-60 लाख में सीट बेचने की जानकारी
दरअसल आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि तीन मेडिकल संस्थानों में सरकारी सीटों को 50-60 लाख रुपये में बेचा जा रहा है।
इसके बाद गुरुवार को करीब 300 आयकर अधिकारियों ने परमेश्वर और कांग्रेस के एक और बड़े नेता आरएल जलप्पा से जु़ड़े तीन मेडिकल कॉलेजों पर छापे मारे।
परमेश्वर और जलप्पा के घरों पर भी छापे मारे गए।
मेडिकल कॉलेजों में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी तलाशी अभियान चलाया गया।
जानकारी
दो मेडिकल कॉलेज परमेश्वर, एक जलप्पा से संबंधित
जिन तीन मेडिकल कॉलेजों पर छापा मारा गया, उनमें से दो श्री सिद्धार्थ एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन से सम्बद्ध हैं, जिसके चांसलर परमेश्वर हैं। वहीं एक कॉलेज श्री देवराज उर्स एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च से सम्बद्ध है, जिसके प्रमुख जलप्पा हैं।
घोटाला
कॉलेजों को NEET मेरिट के जरिए भरनी होती थी सीटें
ये तीनों मेडिकल कॉलेज डीम्ड यूनिवर्सिटीज हैं इसलिए उन्हें अपनी सीटें NEET की मेरिट के जरिए भरनी होती हैं और कोई भी स्थानीय आरक्षण नहीं है।
अधिकारियों के अनुसार, इन कॉलेजों में दूसरे कॉलेजों में एडमिशन ले चुके बच्चों को भी दाखिला दिया जाता था और काउंसलिंग का सारे राउंड खत्म होने के बाद उनसे सीट छोड़ने को कहा जाता था।
खाली हुई इन सीटों पर संस्थान को अपने हिसाब से दाखिला लेने की आजादी होती है।
आरोप
50-60 लाख रुपये में बेची जाती थीं सीटें
काउंसलिंग का अंतिम राउंड एक लाख रैंक पर आकर रुक जाता है, लेकिन इनमें से एक कॉलेज में 8.2 लाख रैंक वाले छात्र को भी दाखिला दिया गया।
अधिकारियों के अनुसार कॉलेजों ने ऐसी सीटों को 50-60 लाख रुपये में बेचा।
अधिकारी मामले में बड़े घोटाले के नजरिए से भी जांच कर रहे हैं क्योंकि कॉलेजों की 300 सीटों में से केवल 189 पर दाखिला लिया गया, जिनमें से 60 छात्र राजस्थान से थे, जिन्होंने अंत में कॉलेज छोड़ दिए।
असर
छापों से कर्नाटक कांग्रेस में हलचल
गुरुवार को इन छापों के बाद कर्नाटक कांग्रेस में हलचल मच गई थी। गुरुवार सुबह छापों की जानकारी होने से इनकार करते हुए परमेश्वर ने कहा था कि अगर शैक्षिक संस्थानों पर छापे मारे गए हैं तो उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं।
वहीं जलप्पा ने इन छापों को राजनीति के प्रेरित बताया था।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी ट्वीट करते हुए छापों को दुर्भावना की राजनीति से प्रेरित बताया था।