बिहार एग्जिट पोल: कितना सटीक था 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव का अनुमान?
क्या है खबर?
बिहार में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान शाम 6 बजे तक थम जाएगा। इसके करीब आधे घंटे बाद विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पोल के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। एग्जिट हर बार चुनाव खत्म होने के साथ ही कुछ घंटों के बाद जारी कर दिए जाते हैं, जिससे मतदाताओं का रूझान पता चलता है। हालांकि, कई बार ये गलत भी साबित हुए हैं। बिहार में 2025 के चुनाव का परिणाम 14 नवंबर को आएगा।
2020
2020 के चुनाव का क्या था अनुमान?
बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में 11 प्रमुख एग्जिट पोल ने महागठबंधन को औसतन 125 और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को 108 सीटें दी थीं। जब परिणाम आया तो महागठबंधन को 110 और NDA को 125 सीट मिली, जो एकदम उल्टा था। पैट्रियटिक वोटर, पी-मार्क और ABP न्यूज-सीवोटर ने सबसे सटीक अनुमान लगाए थे। सभी ने NDA को बहुमत दिया था। हालांकि, न्यूज18-टुडेज चाणक्य सबसे ज्यादा गलत था, जिसने NDA को 55 और महागठबंधन को 180 सीटें दी थीं।
2015
2015 के चुनाव में अनुमान कैसा रहा?
बिहार में 2015 के चुनावों में 6 एग्जिट पोल ने कांटे की टक्कर का अनुमान लगाया था, जिसमें महागठबंधन को औसतन 115-123 सीटें और NDA को 100-114 सीटें दी गई थीं। ये अनुमान बिलकुल गलत साबित हुए, क्योंकि महागठबंधन ने 178 सीटें आराम से जीत ली थीं, जबकि NDA को केवल 58 सीटें ही मिलीं थी। CNN IBN-एक्सिस पोल ने भी इस नतीजे की सबसे सटीक भविष्यवाणी की, जिसमें महागठबंधन को 176 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था।
टक्कर
इस बार कांटे की टक्कर
बिहार में 243 सीटों के लिए 2 चरणों में चुनाव हुए हैं, जिसमें पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का मदान 11 नवंबर को हुआ है। बिहार में वर्ष 2005 से नीतीश कुमार जोड़तोड़ की राजनीति से लगातार मुख्यमंत्री के पद पर बैठे हैं। हालांकि, बीच में 278 दिन के लिए जीतनराम मांझी मुख्यमंत्री बने थे। इस बार महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल (JDU) के तेजस्वी यादव उनके सामने मुख्यमंत्री का चेहरा हैं।