हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने थामा कांग्रेस का हाथ
हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया और महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। दोनों ने दोपहर डेढ बजे कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और दीपक बाबरिया की मौजूदगी में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस चुनाव में मजबूती हासिल करने के लिए दोनों खिलाड़ियों को विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी भी बना सकती है।
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भाजपा ने छोड़कर हर पार्टी ने हमारा साथ दिया- विनेश
कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा, "मैं कांग्रेस का धन्यवाद करती हूं। बुरे समय में पता लगता है कि कौन आपके साथ है। मैं गर्व महसूस कर रही हूं कि मैं महिलाओं की पीड़ा समझने वाली पार्टी से जुड़ी हूं। हम हर उस महिला के साथ खड़े हैं जो खुद को असहाय समझती है। प्रदर्शन के दौरान भाजपा को छोड़कर हर पार्टी ने हमारा साथ दिया था। आज मैं एक नई पारी की शुरुआत कर रही हूं।"
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हम कांग्रेस और देश दोनों को मजबूत करेंगे- पूनिया
पूनिया ने कहा, "भाजपा की IT सेल आज कह रही है कि हमारा मकसद तो राजनीति करना था, लेकिन जब हम प्रदर्शन कर रहे थे, तब भाजपा के अलावा सभी पार्टियां हमारे साथ थीं।" उन्होंने कहा, "हम कांग्रेस पार्टी और देश दोनों को मजबूत करेंगे। ग्राउंड पर रहकर काम करेंगे। जब विनेश फाइनल में गई तब पूरा देश खुश था, लेकिन अगले दिन जो घटना हुई उसके बाद एक IT सेल बहुत खुश हुई थी।"
कांग्रेस अधक्ष ने कहा- चक दे इंडिया
बजरंग और विनेश ने कांग्रेस में शामिल होने को लेकर वेणुगोपाल ने कहा कि आज कांग्रेस के लिए बड़ा दिन है। इससे पहले दोनों पहलवानों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मुलाकात की। इसको लेकर खड़गे ने एक्स पर लिखा, 'चक दे इंडिया, चक दे हरियाणा! दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले हमारे प्रतिभाशाली चैंपियन विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया से 10 राजाजी मार्ग पर मुलाकात हुई। हमें आप दोनों पर गर्व है।'
दोनों पहलवानों ने 4 सितंबर को राहुल गांधी से की थी मुलाकात
दोनों पहलवानाें ने यह कदम गत 4 सितंबर को दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हुई मुलाकात के बाद उठाया है। उनकी राहुल से मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर भी आई थी। इतना ही नहीं, दोनों पहलवानों ने राहुल से मुलाकात के बाद कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की थी। उसके बाद से ही दोनों के कांग्रेस में शामिल होने और विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने की अटकले लगाई जा रही थीं।
भाजपा नेताओं ने साधा दोनों पहलवानों पर निशाना
हरियाणा भाजपा के नेता अनिल विज ने कहा कि अगर विनेश देश की बेटी से कांग्रेस की बेटी बनना चाहती है, तो उन्हें क्या ऐतराज होगा। कांग्रेस पहले दिन से पहलवानों के पीछे थी और कांग्रेस के उकसाने से ही वो आंदोलन चल रहा था। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे एथलीट विरोध के दौरान राजनीतिक चक्रव्यूह में फंस गए। पहलवानों का विरोध राजनीति से प्रेरित था और यह अब स्पष्ट हो गया है।"
पहलवानों की भाजपा से नाराजगी है जगजाहिर
दोनों पहलवानों की भाजपा के कड़ी नाराजगी है। पिछले साल कुछ पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। उस मामले में बजरंग और विनेश काफी मुखर रहे थे। हाल ही में विनेश शंभू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन के 200 दिन पूरे होने पर आयोजन में शामिल भी हुई थीं। किसान आंदोलन को लेकर भी पहलवानों का रवैया भाजपा विरोधी रहा है।
विनेश के आने से कांग्रेस को क्या होगा फायदा?
विनेश का राजनीतिक प्रवेश हरियाणा की राजनीति में कांग्रेस को बड़ा फायदा हो सकता है। विनेश के खाप पंचायतों और किसानों के साथ मजबूत रिश्ते कांग्रेस के साथ उन्हें चुनाव में बड़ा समर्थन दिला सकते हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में विनेश की भूमिका हरियाणा की सियासत में एक अहम मोड़ साबित हो सकती है। इसी तरह बजरंग के आने से भी कांग्रेस के लिए राज्य में युवाओं को समर्थन बढ़ जाएगा और इसका सीधा लाभ मिलेगा।
पहलवानों को कहां से मिल सकता है टिकट?
NDTV के अनुसार, कांग्रेस ने विनेश को बारडा और जुलाना सीट से लड़ने का विकल्प दिया है। बारड़ा उनका घर है तो जुलाना ससुराल है। वहीं, बजरंग ने बादली से टिकट मांगा है, लेकिन यहां से कांग्रेस के कुलदीप वत्स फिलहाल विधायक हैं। कुलदीप का टिकट कटने से कांग्रेस को ब्राह्णण वोटरों में नाराजगी का खतरा है। ऐसे में कांग्रेस ने बजरंग को बहादुरगढ़ और भिवानी से चुनाव मैदान में उतरने का विकल्प दिया है।
हरियाणा में कब होंगे विधानसभा चुनाव?
चुनाव आयोग के कार्यक्रम के अनुसार, हरियाणा में एक ही चरण में 5 अक्टूबर को सभी सीटों के लिए मतदान होगा। इसके बाद मतों की गणना जम्मू-कश्मीर के साथ 8 अक्टूबर को की जाएगी। इससे पहले हरियाणा में 1 अक्टूबर को चुनाव होने थे।