कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने अमित शाह को लिखा पत्र, अधिकारी से जान को खतरा बताया
गुजरात के वडगाम से कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर एक प्रशासनिक अधिकारी से खुद की जान को खतरा बताया है। मेवाणी ने IPS अधिकारी राजकुमार पांडियन को तत्काल निलंबित करने की मांग करते हुए पत्र में लिखा कि अगर उन्हें या उनके परिवार को कुछ भी होता है तो IPS अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। मेवाणी अमित शाह से पहले गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को भी पत्र लिख चुके हैं।
मेवाणी में पत्र में क्या लिखा?
मेवाणी ने पत्र में बताया कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) पांडियन ने कच्छ जिले में दलितों की जमीन पर अवैध अतिक्रमण के मुद्दे पर चर्चा के लिए 15 अक्टूबर को बैठक की थी। मेवाणी ने बताया कि वह दलितों के पक्ष में उनकी बात रखने गए थे, तभी पांडियन ने उनको और दलित नेता हितेंद्र पिथाडिया को कक्ष में प्रवेश करते ही मोबाइल बाहर रखने को कहा और दुर्व्यवहार किया।
बातचीत रिकॉर्ड करने का आरोप लगाया
मेवाणी ने पत्र में बताया कि पांडियन ने अपने कर्मचारियों से मोबाइल फोन ले जाने को कहा और आरोप लगाया कि मेवाणी और पिथाडिया उनकी बात रिकॉर्ड कर रहे होंगे। पांडियन ने गुस्से में अचानक बैठक समाप्त कर दी और भविष्य में किसी भी प्रकार की बैठक के लिए कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं देने की बात कही। पांडियन ने मेवाणी के पोशाक पर भी टिप्पणी की और कहा कि विधायक होकर जींस, टी-शर्ट पहनकर बैठक में क्यों आए।
मेवाणी ने जान को खतरा बताया
मेवाणी ने पत्र में लिखा, "अगर बाबा सिद्दीकी की तरह मेरी, मेरे परिवार के सदस्य या मेरी टीम के सदस्य की हत्या होती है तो इसके लिए सिर्फ और सिर्फ IPS अधिकारी राजकुमार पांडियन जिम्मेदार होंगे। फर्जी मुठभेड़ मामले में 7 साल जेल में रहने वाले इस अधिकारी का चरित्र पूरा गुजरात जानता है। चाहे कुछ भी हो जाए, मैं गुजरात और देश के दलितों, पिछड़े वर्गों और बहुजनों के सम्मान और स्वाभिमान के लिए लड़ना कभी बंद नहीं करूंगा।"
कौन है जिग्नेश मेवाणी?
दलित नेता और राष्ट्रीय दलित अधिकार मोर्चा के संयोजक मेवाणी वडगाम से कांग्रेस विधायक हैं। वे 2021 में कांग्रेस में शामिल हुए थे।। मेवाणी जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के पूर्व छात्र संघ प्रमुख कन्हैया कुमार के साथ कांग्रेस में शामिल हुए थे, लेकिन तकनीकी कारणों से सदस्यता नहीं ले पाए थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस में सदस्यता ली और 2022 के गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी। पहले वह वडगाम सीट से निर्दलीय विधायक थे।