दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली भाजपा में शामिल हुए
क्या है खबर?
कुछ दिन पहले ही दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले अरविंदर सिंह लवली आज शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में उनका भाजपा में स्वागत किया।
लवली के साथ कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार चौहान, नसीब सिंह, नीरज बसोया और यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अमित मलिक भी भाजपा में शामिल हुए।
इन सभी ने हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।
बयान
आने वाले दिनों में दिल्ली भी भाजपा का परचम फहरेगा- लवली
भाजपा में शामिल होने के बाद मीडिया से बात करते हुए लवली ने कहा कि उन्हें भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र निर्माण दिल्ली के लोगों के लिए लड़ने का मौका मिला है।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि देश में भारी बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनने जा रही है और आने वाले दिनों में दिल्ली में भी भाजपा का परचम फहरेगा।
अटकलें
पहले से ही लग रही थीं लवली के भाजपा में जाने की अटकलें
बता दें कि लवली ने 28 अप्रैल को दिल्ली कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया था और तभी से उनके भाजपा में जाने की अटकलें लग रही थीं क्योंकि वे पहले भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा चुके हैं।
वह 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन 9 महीने बाद ही कांग्रेस में वापस लौट गए थे।
अभी इस्तीफा देने के बाद भी उन्होंने कहा था कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे।
कारण
लवली से इस्तीफा का क्या कारण बताया था?
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे गए अपने इस्तीफे में लवली ने आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन को अपने इस्तीफे का एक प्रमुख कारण बताया था।
उन्होंने कहा था कि दिल्ली कांग्रेस उस पार्टी से गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण आरोप लगाकर बनी थी।
इसके अलावा उन्होंने दिल्ली कांग्रेस प्रमुख दीपक बाबरिया की मनमर्जी और बाहरी लोगों को टिकट देने को भी इस्तीफे का कारण बताया था।
सफर
कैसा रहा है लवली का राजनीतिक सफर?
लवली छात्र जीवन में ही कांग्रेस से जुड़ गए थे और पहली बार 1998 में गांधी नगर विधानसभा से विधायक चुने गए थे। इसके बाद वह 2003, 2008 और 2013 में भी यहां से विधायक बने।
शीला दीक्षित की दिल्ली सरकार में लवली को शिक्षा, राजस्व विभाग, शहरी विकास और परिवहन विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी।
वह 2 बार 2013 से 2015 और अगस्त, 2023 से अप्रैल, 2024 तक दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख रहे।