सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद ED ने नेशनल हेराल्ड के मुख्यालय पर छापा मारा
क्या है खबर?
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी से पूछताछ करने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड अखबार के दिल्ली स्थित मुख्यालय पर छापा मारा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हेराल्ड हाउस की चौथी मंजिल पर ED की छापेमारी चल रही है। नेशनल हेराल्ड का पब्लिकेशन ऑफिस इसी मंजिल पर है।
ED के अधिकारी लगभग 10 बजे यहां आए और अभी तक छानबीन जारी है।
छापेमारी
दिल्ली में कुल 12 जगहों पर मारा गया छापा
इंडिया टुडे के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ED ने अखबार के मुख्यालय के अलावा नेशनल हेराल्ड के दिल्ली स्थित अन्य कई ठिकानों पर भी छापा मारा है।
सूत्रों के अनुसार, कुल 12 जगहों पर छापा मारा गया है और यह अभी भी जारी है। जांच एजेंसी पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी अखबार से संबंधित कुछ जगहों पर छापे मार सकती है।
NDTV के सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के बाद कुछ संपत्ति को जब्त भी किया जा सकता है।
निशाना
कांग्रेस ने साधा सरकार पर निशाना
नेशनल हेराल्ड पर छापे के बाद कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विपक्ष के सवालों के कारण सरकार बैकफुट पर आ गई है।
कांग्रेस के अनुसार, सरकार देश के लोगों के सवालों का जवाब नहीं दे पा रही है और इसलिए वो उन्हें शर्मिंदा और ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे है जो उससे कठिन सवाल पूछ रहे है।
बयान
कांग्रेस झुकेगी नहीं- प्रवक्ता
कांग्रेस प्रवक्ता सईद नसीर हुसैन ने मामले पर कहा कि केवल कांग्रेस ही नहीं बल्कि विपक्ष के सभी नेताओं को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झुकेगी नहीं।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा, 'हेराल्ड हाउस पर छापा भारत के सैद्धांतिक विपक्ष कांग्रेस के खिलाफ नियमित हमले की कड़ी है। हम मोदी सरकार के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ हो रही इस बदले की राजनीति की आलोचना करते हैं।'
पृष्ठभूमि
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
साल 2013 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका दायर करते कांग्रेस नेता राहुल और सोनिया गांधी पर नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के अधिग्रहण में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
उनका आरोप था कि यंग इंडिया लिमिटेड (YIL) के जरिए इसका गलत तरीके से अधिग्रहण किया गया और इससे कांग्रेस नेताओं ने 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति हथिया ली।
YIL में 38-38 प्रतिशत यानी 76 प्रतिशत शेयर राहुल और सोनिया के पास हैं।
पूछताछ
मामले में सोनिया और राहुल दोनों से हो चुकी है पूछताछ
मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों से पूछताछ हो चुकी है।
सोनिया से तीन दिन में कुल 12 घंटे पूछताछ की गई थी और इस दौरान 100 से अधिक सवाल पूछे गए थे।
दूसरी तरफ राहुल को पांच बार पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है और उनसे कुल 50 घंटे से अधिक पूछताछ हुई है।
21 जून को हुई आखिरी पेशी में उनसे लगभग 11 घंटे पूछताछ की गई थी।