दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: बुजुर्गों के लिए 'घर से वोट' की व्यवस्था पर विवाद
क्या है खबर?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बुजुर्गों के लिए 'घर से वोट' की व्यवस्था पर विवाद हो गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने भाजपा पर इस व्यवस्था का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
AAP का आरोप है कि जब चुनाव अधिकारी वरिष्ठ नागरिकों के घर पहुंचे तो भाजपा कार्यकर्ता वहां मौजूद मिले।
AAP ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें एक बुजुर्ग महिला ने मतदान करने के दौरान भाजपा सदस्यों के वहां पहुंचने का आरोप लगाया है।
स्पष्टीकरण
दिल्ली के CEO ने स्पष्टीकरण दिया
इस बीच, दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) ने AAP के आरोपों पर पलटवार किया है। CEO ने कहा कि सभी दलों के प्रतिनिधियों को चुनाव अधिकारियों के साथ घर के दौरे की अनुमति नहीं है।
CEO कार्यालय ने आगे स्पष्ट किया कि "घर से मतदान" सुविधा केवल 85 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों तथा विकलांग व्यक्तियों के लिए है। उन्हें इस सेवा के लिए वरिष्ठ नागरिकों से 6,447 और दिव्यांग मतदाताओं से 1,058 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
जानकारी
चुनाव आयोग ने घरेलू मतदान में गोपनीयता सुनिश्चित की
चुनाव आयोग ने आश्वासन दिया है कि घर पर मतदान की प्रक्रिया गोपनीय है और सभी दिशा-निर्देशों का पालन करती है। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया का वीडियो भी रिकॉर्ड किया जाता है। घर से वोट करने वाले मतदान केन्द्र नहीं जा सकेंगे।
सवाल
केजरीवाल ने घरेलू मतदान में भाजपा की भूमिका पर सवाल उठाए
इस बीच, AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पूछा कि यदि अन्य दलों के प्रतिनिधियों को चुनाव अधिकारियों के साथ जाने की अनुमति नहीं है तो केवल भाजपा के एजेंटों को ही क्यों अनुमति दी गई है।
चुनाव आयोग ने दोहराया कि उनकी पहल का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान को अधिक सुलभ बनाना है। जिन लोगों को कोई समस्या है, उनसे 1950 हेल्पलाइन पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराने को कहा है।