'INDIA' में सीट बंटवारे पर कांग्रेस पार्टियों से करेगी चर्चा, अगले हफ्ते हो सकती है बैठक
विपक्षी गठबंधन INDIA में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस जल्द ही दूसरी पार्टियों के साथ चर्चा शुरू करेगी। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जनवरी के पहले हफ्ते में ही कांग्रेस विपक्षी पार्टियों के साथ इस संबंध में बैठक करेगी। इससे पहले हुई INDIA गठबंधन की बैठक में भी इस बात के संकेत दिए गए थे। खबर है कि जनवरी के अंत तक सीटों का बंटवारा पूरा हो सकता है।
गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कई पेंच
INDIA में सीट बंटवारे को लेकर कई पेंच सामने आ रहे हैं। खबरे हैं कि सीटों को लेकर 3 फॉर्मूलों पर चर्चा चल रही है। इसके तहत, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव परिणामों का आधार बनाकर वोटों के हिसाब से सीटें बांटी जा सकती हैं। जहां क्षेत्रीय पार्टियों का वोटबैंक ज्यादा है, वहां उन्हें मौका दिया जा सकता है। इसके अलावा जिताऊ उम्मीदवारों का चयन करने के लिए संयुक्त समिति बनाने की भी चर्चा है।
शिवसेना (UBT) ने मांगी 23 सीटें
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट ने गठबंधन से 23 सीटें मांगी हैं, जिसे लेकर कांग्रेस के साथ चर्चा चल रही है। हाल ही में संजय राउत ने कहा कि हम टूट के बावजूद महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी हैं। उन्होंने कहा, "हम 23 सीटों पर चुनाव लड़ते आए हैं। पिछले चुनाव में इनमें से 18 सीटें जीती थीं। इस बार भी हम इतने ही सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हमारी बात कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ चल रही है।"
ममता बोलीं- बंगाल में TMC ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी राज्य में कांग्रेस को सीट देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, "विपक्षी गठबंधन INDIA राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का मुकाबला करेगा, जबकि बंगाल में भाजपा के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व तृणमूल कांग्रेस (TMC) करेगी। याद रखें कि बंगाल में केवल TMC ही भाजपा को सबक सिखा सकती है और पूरे देश का मार्गदर्शन कर सकती है, कोई दूसरी पार्टी नहीं।"
गठबंधन में प्रधानमंत्री उम्मीदवार को लेकर भी मतभेद?
INDIA गठबंधन की पिछली बैठक में ममता ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया था, जिसे अरविंद केजरीवाल का भी समर्थन मिला था। कथित तौर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस प्रस्ताव से नाराज हैं। खबर तो ये भी है कि इसके बाद वे नाराज होकर बैठक छोड़कर चले गए। नाराजगी की अटकलों के बीच बाद में राहुल गांधी ने नीतीश से फोन पर बात भी की थी।