अग्निपथ योजना: कांग्रेस का जंतर-मंतर पर सत्याग्रह, प्रियंका गांधी का युवाओं से सरकार गिराने का आह्वान
क्या है खबर?
कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार की 'अग्निपथ योजना' के खिलाफ जंतर-मंतर पर सत्याग्रह कर रही है। ये धरना-प्रदर्शन पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में किया जा रहा है।
दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, जयराम रमेश और अजय माकन जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी इस सत्याग्रह में शामिल हुए हैं।
इसके अलावा सचिन पायलट और दीपेंदर हुड्डा भी प्रदर्शन में मौजूद हैं। राहुल गांधी के भी प्रदर्शन से जुड़ने की संभावना जताई जा रही है।
बयान
कृषि कानूनों की तरह सरकार को वापस लेनी पड़ेगी योजना- सचिन पायलट
कांग्रेस के सत्याग्रह में शामिल सचिन पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार को अग्निपथ योजना को वापस लेना पड़ेगा क्योंकि इसे लोगों का समर्थन हासिल नहीं है।
उन्होंने कहा, "सरकार अपने फैसले देश पर थोपती है। चाहें वो कृषि कानून हों, या रक्षा नीति... उन्हें कृषि कानूनों की तरह अग्निपथ योजना को भी वापस लेना होग।"
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सरकार से योजना को वापस लेने की अपील की है।
अपील
प्रियंका गांधी की युवाओं से किसान आंदोलन से प्रेरण लेने की अपील
प्रियंका गांधी ने कार्यक्रम के दौरान युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने युवाओं को किसान आंदोलन से प्रेरणा लेते हुए अहिंसक आंदोलन करने और सार्वजनिक संपत्ति को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचाने की अपील की।
उन्होंने कहा, "मैं युवाओं से कहना चाहती हूं। हम आपका दर्द समझते हैं। ये मत भूलिए कि ये देश आपका है। इस देश की संपत्ति आपकी है। इसे बर्बाद मत कीजिए।"
आह्वान
प्रियंका का युवाओं से आह्वान- सरकार को गिरा दें
सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि ये ऐसी स्कीम है जो देश के नौजवानों को मार डालेगी और देश की सेना को खत्म कर देगी।
उन्होंने कहा, "आप इस सरकार को पहचानिए। सरकार की नीयत को पहचानिए, मेरे भाईयो, मेरे बहनो। लोकतांत्रिक तरीके से, शांतिपूर्वक, अहिंसा, सत्य के मार्ग पर चलकर इस सरकार को खत्म कीजिए। इस सरकार को गिराइये। ये आपका मकसद होना चाहिए कि आपके देश में ऐसी सरकार बने जो सच्ची देशभक्ति दिखाए।"
अग्निपथ योजना
क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ योजना तीनों सेनाओं, थल सेना, वायुसेना और नौसेना, के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है।
इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। उन्हें चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा।
इसके बाद योग्यता, इच्छा और मेडिकल फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा। इस योजना के खिलाफ देशभर में युवा सड़कों पर हैं और इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं।