मैसूर गैंगरेप: कर्नाटक के दो मंत्री बोले- पीड़िता को सुनसान जगह नहीं जाना चाहिए था
मैसूर में 23 वर्षीय छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के मामले मेें कर्नाटक के दो मंत्रियों की तरफ से असंवेदनशील बयान सामने आए हैं। पहले गृह मंत्री गृह मंत्री अराज्ञा ज्ञानेंद्र ने कहा था कि पीड़िता को ऐसी सुनसान जगह पर नहीं जाना चाहिए था। इसके बाद पर्यटन मंत्री आनंद सिंह ने भी ज्ञानेंद्र के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि लड़की को रात में ऐसी एकांत जगह पर नहीं घूमना चाहिए था।
क्या हैं गैंगरेप का मामला?
मंगलवार रात को कर्नाटक के मैसूर में एक 23 वर्षीय MBA छात्रा के साथ गैंगरेप के मामला सामने आया था। पीड़िता अपने दोस्त के साथ चमुंडी पहाड़ी से लौट रही थी, तभी रास्ते में पड़ने वाले जंगल में चार-पांच अज्ञात लोगों ने उसके साथ हैवानियत की। विरोध करने पर आरोपियों ने पीड़िता के दोस्त के साथ मारपीट भी की। पीड़िता गहरे सदमे में है और अभी तक बयान नहीं दे सकी है।
गृह मंत्री बोले- पीड़िता को वहां नहीं जाना चाहिए था
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री ने कहा था, "शाम को 7-7:30 को वो लोग वहां गए थे। यह सुनसान जगह है। उन्हें नहीं जाना चाहिए था, लेकिन हम लोगों को नहीं रोक सकते। यह सुनसान जगह है और अकसर लोग यहां जाते नहीं हैं।" उनके इस बयान की जमकर आलोचना हो रही है और कांग्रेस ने पूछा है कि क्या सरकार यह कह रही है कि सूरज ढलने के बाद लोगों को घर से नहीं निकलना चाहिए।
पर्यटन मंत्री ने भी कही ऐसी बात
गृह मंत्री की बात का समर्थन करते हुए शुक्रवार को राज्य सरकार में पर्यटन मंत्री आनंद सिंह ने कहा कि लड़की को रात में एकांत जगह पर नहीं घूमना चाहिए था। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सिंह ने कहा, "चाहे युवा प्रेमी हों या नवविवाहित जोड़े, उन्हें ऐसी जगहों पर नहीं जाना चाहिए। हम हर किसी को नहीं बता सकते कि कहां नहीं जाना चाहिए। ऐसी सब जगहों पर पुलिस तैनात नहीं हो सकती।"
अभी तक नहीं हो सकी है आरोपियों की गिरफ्तारी
मंगलवार शाम हुई इस घटना को काफी वक्त बीत चुका है और आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। दिल्ली दौरे पर आए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित करेगी और दोषी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने कहा कि जांच में कोई समझौता नहीं होगा और जल्द ही विशेष टीम अपना काम शुरू कर देगी।
गृह मंत्री के बयान पर क्या बोले बोम्मई?
गृह मंत्री के बयान से असहमति जताते हुए बोम्मई ने कहा, "मैं इस मामले में गृह मंत्री की टिप्पणी से सहमत नहीं हूं। मैंने उन्हें सफाई देने को कहा है।"
शराब के नशे में थे आरोपी- अधिकारी
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी शराब के नशे में थे, तभी उन्होंने चमुंडी पहाड़ी पर इस युगल को देखा। शुरुआत में उन्होंने युगल से लूटपाट करनी चाहिए, लेकिन बाद में वो पीड़िता को दूसरी जगह ले गए और उसका यौन उत्पीड़न किया। पीड़िता को मैसूर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि अलानाहल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।