भूपेंद्र हुड्डा ने अनुच्छेद 370 पर किया सरकार का समर्थन, कहा- रास्ता भटक गई है कांग्रेस
क्या है खबर?
अनुच्छेद 370 को लेकर दो हिस्सों में बंटी कांग्रेस की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
रविवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी अनुच्छेद 370 हटाए जाने का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस रास्ते से भटक गई है और पहले वाली कांग्रेस नहीं रही।
उनके इस बयान को हरियाणा कांग्रेस में खेमेबाजी और उसकी अंदरूनी राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
बयान
हुड्डा ने कहा, देशहित से ऊपर कुछ नहीं
रोहतक में परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए हुड्डा ने अनुच्छेद 370 पर सरकार के फैसले का समर्थन किया और कहा कि जब सरकार कोई सही काम कर रही है तो उसका समर्थन करना चाहिए।
अपनी ही पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "देशहित से ऊपर कुछ नहीं। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का हमारे कुछ नेताओं ने विरोध किया, यह सही नहीं था। मैंने देशहित के इस निर्णय का समर्थन किया।"
कांग्रेस पर निशाना
हुड्डा का पार्टी पर हमला, पहले जैसी नहीं रही कांग्रेस
हुड्डा ने आगे कहा, "मेरे परिवार की चार पीढि़यों कांग्रेस से जुड़ी रही हैं। हमने कांग्रेस के लिए जी-जान से मेहनत की, लेकिन अब कांग्रेस पहले वाली नहीं रही। 370 पर कांग्रेस कुछ भटक गई। लेकिन देशभक्ति और स्वाभिमान को लेकर मैं किसी से समझौता नहीं करूंगा। इसीलिए मैंने 370 हटाने का समर्थन किया।"
एक शेर पढ़ते हुए उन्होंने कहा, "उसूलों के लिए टकराना भी जरूरी है, जिंदा हो तो जिंदा दिखना जरूरी है।"
समर्थन
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी किया अनुच्छेद 370 पर सरकार का समर्थन
रैली में हुड्डा के बेटे और पूर्व सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी अनुच्छेद 370 पर सरकार का समर्थन किया।
उन्होंने कहा, "मैंने राष्ट्रीय हित को हमेशा राजनीतिक हित से ऊपर रखा है। अनुच्छेद 370 की बात करते हैं। ये एक अस्थाई प्रावधान था। मैं जिस तरीके से इसे हटाया गया उसका विरोध करता हूं, लेकिन मैं इसे हटाए जाने का समर्थन करता हूं। लेकिन लोग राजनीतिक लाभ के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, मैं उनके साथ नहीं हूं।"
संकट
अनुच्छेद 370 को लेकर कांग्रेस में दो मत
बता दें कि संसद में कांग्रेस नेताओं ने अनुच्छेद 370 में बदलाव करके जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के मोदी सरकार के फैसले का विरोध किया था।
इसके बाद बाहर कई नेता सरकार के फैसले के समर्थन में आ गए, जिनमें सबसे बड़ा नाम राहुल गांधी के करीबी दोस्त माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया का है।
तभी से कांग्रेस में इसे लेकर दो धड़े बने हुए हैं और हुड्डा बाप-बेटों का बयान इसी कड़ी का हिस्सा है।
हरियाणा कांग्रेस खेमेबाजी
बयान का संबंध हरियाणा की राजनीति से भी
हुड्डा के इस बयान को कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
दरअसल, हरियाणा कांग्रेस में खेमेबाजी चरम पर है और हुड्डा का समर्थन करने वाला खेमा चाहता है कि मौजूदा राज्य प्रमुख अशोक तंवर को हटाकर उन्हें राज्य प्रमुख बनाया जाए।
पिछले दिनों ये अटकलें भी तेज हुईं कि हुड्डा बाप-बेटे कभी भी पार्टी छोड़ सकते हैं।
हालांकि सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने के बाद परिस्थितियां स्थिर हुईं।