कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की आशंका, पार्टी में बेचैनी- रिपोर्ट
क्या है खबर?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे लोकसभा चुनाव में चुनावी मैदान में उतरने से दूर रह सकते हैं। NDTV ने खड़गे के करीबी सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है।
खड़गे के चुनाव न लड़ने की आशंका से कांग्रेस के नेताओं में बेचैनी है। उनका मानना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते खड़गे को चुनाव में पार्टी का आगे से नेतृत्व करना चाहिए।
खड़गे के अलावा अन्य कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के भी चुनाव में न उतरने की आशंका है।
कारण
क्यों चुनाव नहीं लड़ना चाहते खड़गे?
रिपोर्ट के अनुसार, खड़गे का कहना है कि अध्यक्ष होने के नाते उनका बड़ी तस्वीर पर नजर रखना जरूरी है और खुद चुनाव लड़कर वह अपने निजी अभियान में घिर जाएंगे।
उनका कहना है कि वे एक सीट तक सीमित नहीं रहना चाहते, बल्कि पूरे देश पर ध्यान देना चाहते हैं।
हालांकि, ये कांग्रेस के पुराने रिकॉर्ड के विपरीत होगा और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव लड़ते रहे हैं। राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी अध्यक्ष होते हुए चुनाव लड़े थे।
सीट
गुलबर्ग सीट से सर्वसम्मत पसंद थे खड़गे, दामाद को दे सकते हैं मौका
सूत्रों के अनुसार, पिछले हफ्ते हुए चर्चा के दौरान खड़गे कर्नाटक की गुलबर्ग सीट से सबकी सर्वसम्मत पसंद थे, लेकिन वे यहां से अपने दामाद राधाकृष्णन डोड़ामणि को मौका दे सकते हैं।
गुलबर्ग सीट पर खड़गे की अच्छी पकड़ है और वे 2 बार यहां से सांसद रह चुके हैं। हालांकि, 2019 लोकसभा चुनाव में वे यहां से हार गए थे।
अभी वे राज्यसभा के सदस्य हैं और सदन के नेता प्रतिपक्ष हैं। उनका 4 साल का कार्यकाल बाकी है।
अन्य नेता
कांग्रेस के ये वरिष्ठ नेता भी नहीं लड़ना चाहते चुनाव
खड़गे के अलावा कांग्रेस के अन्य कई वरिष्ठ नेता भी लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरने से मना कर रहे हैं और पार्टी उनकी जगह युवा चेहरों पर दांव लगा सकती है।
सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि अशोक गहलोत, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और हरीश रावत जैसे पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं और उन्होंने अपनी जगह अन्य नेताओं का नाम सुझाया है।
प्रधानमंत्री उम्मीदवार
ममता ने रखा था खड़गे को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव
बता दें कि विपक्षी गठबंधन INDIA की पिछली बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का प्रस्ताव रखा गया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये प्रस्ताव रखा था।
हालांकि, खड़गे ने ये कहते हुए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया कि अभी प्रधानमंत्री उम्मीदवार का नाम तय करने का समय नहीं है और चुनाव के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा।
ममता के प्रस्ताव से कुछ नेता नाराज हो गए थे।