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आम आदमी पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग, जानें क्या है कारण
केजरीवाल की अपील को लेकर मुश्किल में फंसी AAP

आम आदमी पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग, जानें क्या है कारण

Sep 16, 2022
09:29 am

क्या है खबर?

आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुजरात में पूरा दमखम झोंक दिया है। पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार गुजरात के दौरे कर रहे हैं और वहां लोगों और सरकारी अधिकारियों से AAP के लिए काम करने की अपील कर रहे हैं। कुछ नौकरशाहों ने इस पर आपत्ति जताते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखकर AAP की मान्यता रद्द करने की मांग की है।

पत्र

सरकारी कर्मचारियों से मदद की अपील कर रहे केजरीवाल- आरोप

57 नौकरशाहों ने चुनाव आयोग को भेजे पत्र में लिखा है कि अरविंद केजरीवाल पुलिसकर्मियों, होमगार्ड्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सरकारी ड्राइवरों, कंडक्टरों और पॉलिंग बूथ अधिकारियों से आगामी विधानसभा चुनाव में AAP की मदद की अपील कर रहे हैं। यह AAP का नौकरशाही को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया है। पत्र में लिखा गया है कि सरकारी अधिकारी किसी राजनीतिक दल की तरफ नहीं होते और वो सरकार के लिए काम करते हुए लोगों की सेवा करते हैं।

पत्र

'लालच देकर कर्मचारियों को गुमराह किया जा रहा'

पत्र में लिखा गया है कि केजरीवाल सरकारी कर्मचारियों को गुमराह कर रहे हैं कि अगर वो AAP के लिए काम करते हैं तो चुनाव जीतने पर उन्हें मुफ्त बिजली, मुफ्त शिक्षा, नए स्कूल, महिलाओं के खातों में पैसे मिलेंगे। पत्र में आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल ने सरकारी कर्मचारियों को आगामी चुनावों में AAP के एजेंट के तौर पर काम करने और उन नैतिकताओं और सिद्धांतों का उल्लंघन करने के लिए प्रेरित किया है, जिससे वे शासित हैं।

पत्र

चुनावी लोकतंत्र को नष्ट करती है केजरीवाल की अपील- आरोप

जनप्रतिनिधि कानून, 1951 का हवाले देते हुए इन नौकरशाहों ने आयोग से आम आदमी पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग की है। नौकरशाहों ने पत्र में लिखा है कि कानून सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग और चुनावी अधिकारों के मुक्त इस्तेमाल में हस्तक्षेप करने वाले अनुचित प्रभाव पर रोक लगाता है। केजरीवाल की अपील चुनावी लोकतंत्र को नष्ट करती है और सार्वजनिक सेवा को कमजोर करती है, जो भारत के प्रशासन की रीढ़ है।

जानकारी

गुजरात की सारी सीटों पर चुनाव लड़ेगी AAP

अरविंद केजरीवाल ने ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी गुजरात की सभी 182 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। बता दें कि गुजरात में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है और AAP अपनी स्थिति मजबूत करने की पूरी कोशिश कर रही है। दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर केजरीवाल ने ऐलान किया है कि अगर गुजरात में उनकी सरकार बनती है तो लोगों को 300 यूनिट फ्री बिजली और फ्री इलाज समेत कई सरकारी सुविधाएं दी जाएंगी।

कयास

राघव चड्ढा को मिल सकती है अहम जिम्मेदारी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, AAP राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को गुजरात में अहम जिम्मेदारी सौंप सकती है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। हालांकि, इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है। बता दें कि दिल्ली और पंजाब विधानसभा चुनाव में चड्ढा ने पार्टी के लिए अहम जिम्मेदारियां निभाई थीं और इन दिनों वो गुजरात में सक्रिय देखे जा रहे हैं।