निशिकांत दुबे का महुआ मोइत्रा पर नया हमला, लगाया यह बड़ा आरोप
तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक नया आरोप लगाया है। दुबे ने दावा किया कि मोइत्रा की संसदीय लॉगिन ID का इस्तेमाल दुबई में किया गया था, जबकि वो उस समय भारत में थीं। हालांकि, दुबे ने सीधे महुआ का नाम लेने से परहेज किया है। इससे महुआ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जो पहले ही व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी की आरोपों पर स्वीकार्यता से घिरीं हुई हैं।
भाजपा सांसद ने क्या आरोप लगाया है?
दुबे ने ट्विटर पर लिखा, 'कुछ पैसे के लिए एक सांसद ने देश की सुरक्षा को गिरवी रखा। दुबई से संसद की ID खोले गए, उस वक्त कथित सांसद भारत में ही थीं। इस NIC का इस्तेमाल पूरी भारत सरकार, देश के प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) जी, वित्त विभाग, केन्द्रीय एजेंसियां करती हैं।' उन्होंने आगे लिखा, 'क्या TMC और विपक्षी दलों को अब भी राजनीति करना है, निर्णय जनता करेगी, NIC ने यह जानकारी जांच एजेंसी को दिया।'
क्या है NIC, जिसका दुबे ने किया उल्लेख?
दुबे ने अपने ट्वीट में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (NIC) का उल्लेख किया है। दरअसल, NIC विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक प्रमुख संस्थान है। इसका उद्देश्य ई-शासन संबंधी सेवाएं प्रदान करना, सर्वोत्तम साधनों का विनिर्माण करना और सरकारी क्षेत्रों में एकीकृत सेवाएं प्रदान करना है। यह एंटी वायरस संबधी सेवाएं प्रदान करने, कंप्यूटरीकृत डिजाइन बनाने, भौगोलिक सूचना प्रणाली, इंटरनेट डाटा सेंटर और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करने जैसे कार्य करता है।
पहले से मुश्किल में फंसी हैं मोइत्रा
निशिकांत दुबे ने महुआ पर अडाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए हीरानंदानी समूह के CEO दर्शन हीरानंदानी से नकदी और उपहार लेकर संसद में सवाल पूछने का गंभीर आरोप लगाया था। आरोप है कि मोइत्रा ने हीरानंदानी को अपना लोकसभा की आईडी और पासवर्ड दिया था, जिसका इस्तेमाल अडाणी के खिलाफ सवाल पूछने के लिए हुआ। इस मामले पर लोकसभा की आचार समिति 26 अक्टूबर को सुनवाई करेगी।
दर्शन हीरानंदानी ने भी महुआ मोइत्रा पर लगाए गंभीर आरोप
हीरानंदानी ने अपने हलफनामे में स्वीकार किया था कि उन्होंने मोइत्रा के कहने पर उनकी लोकसभा आईडी के लॉगिन का इस्तेमाल करके अडाणी समूह के खिलाफ सवाल किए। उन्होंने कहा कि मोइत्रा महत्वाकांक्षी हैं और राष्ट्रीय राजनीति में जल्दी से अपना नाम बनाना चाहती थीं। इसके लिए महुआ ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करने का रास्ता चुना। हीरानंदानी ने दावा किया कि इसके बदले वो TMC सांसद की भारी-भरकम मांगें पूरी करते थे, ताकि उनका समर्थन बना रहे।
मोइत्रा ने हलफनामे की विश्वसनीयता पर उठाए थे सवाल
मोइत्रा ने हीरानंदानी के आरोपों पर 2 पन्नों का जवाब ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि 3 दिन पहले हीरानंदानी समूह ने मामले में आधिकारिक बयान जारी करते हुए सभी आरोपों को निराधार बताया था और अब मीडिया में एक "सरकारी गवाह का हलफनामा" लीक कर दिया गया है। हलफनामे की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते उन्होंने कहा था कि ये कागज के एक सफेद टुकड़े पर है, जिसमें कोई लेटरहेड नहीं है और इसमें कुछ आधिकारिक नहीं है।