भाजपा की प्रवक्ताओं के लिए नई गाइडलाइंस, किसी भी धर्म के खिलाफ न बोलने की नसीहत
पैगंबर मोहम्मद पर उसके नेताओं की टिप्पणियों पर बड़ा विवाद खड़ा होने के बाद भाजपा ने अपने प्रवक्ताओं के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। ये गाइडलाइंस मुख्य तौर पर टीवी न्यूज चैनलों पर पार्टी का पक्ष रखने वाले प्रवक्ताओं के लिए जारी की गई हैं और उन्हें संयमित भाषा का उपयोग करने को कहा गया है। इसके अलावा उन्हें किसी भी धर्म का अपमान न करने की नसीहत भी दी गई है।
अब केवल आधिकारिक प्रवक्ता ही होंगे टीवी पर होने वाली बहसों में शामिल
भाजपा की नई गाइडलाइंस के अनुसार, अब केवल आधिकारिक प्रवक्ताओं और पैनलिस्ट को ही टीवी चैनलों पर होने वाली बहसों में शामिल होने की अनुमति होगी। कौन से शो में कौन सा प्रवक्ता जाएगा, ये तय करने की जिम्मेदारी पार्टी की मीडिया सेल को दी गई है। बहसों में शामिल होने वाले प्रवक्ताओं को किसी भी धर्म के खिलाफ न बोलने को कहा गया है। उन्हें धार्मिक प्रतीकों के बारे में भी कुछ न बोलने की हिदायत दी गई है।
प्रवक्ताओं को किसी के उकसाने पर भी संयमित भाषा का इस्तेमाल करने का निर्देश
भाजपा ने अपनी गाइडलाइंस में आगे कहा है, "संयमित भाषा का उपयोग करें। उत्तेजित न हों। किसी के उकसाने पर भी पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों का उल्लंघन न करें।" प्रवक्ताओं को बहस पर जाने से पहले इससे जुड़े मुद्दे पर रिसर्च करने और इस पर पार्टी लाइन का पता लगाने का निर्देश भी दिया गया है। उनसे पार्टी लाइन के आधार पर ही अपनी बात रखने को कहा गया है।
भाजपा ने क्यों जारी की नई गाइडलाइंस?
दो पार्टी नेताओं की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणियों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद खड़ा होने के बाद भाजपा को ये नई गाइडलाइंस जारी करनी पड़ी हैं। पार्टी प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने 27 मई को एक न्यूज चैनल पर बहस के दौरान पैंगबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। वहीं नवीन कुमार जिंदल ने सोशल मीडिया पर पैगंबर के खिलाफ विवादित पोस्ट की थी। उनकी यह टिप्पणियां अरब देशों में सोशल मीडिया पर सबसे बड़ा मुद्दा बनी हुई हैं।
दोनों नेताओं पर कार्रवाई कर चुकी है भाजपा, स्पष्टीकरण भी किया जारी
भाजपा मामले में नुपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित और जिंदल को निष्कासित कर चुकी है, हालांकि इसके बाद भी ये विवाद थमा नहीं है। भाजपा अपने स्तर पर भी एक लंबा बयान जारी कर चुकी है। इसमें उसने कहा था कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक प्रतीक के अपमान की कड़ी निंदा करती है। पार्टी के अनुसार, किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान उसकी विचारधारा के खिलाफ है।
बयानों के कारण भारत को झेलनी पड़ रही है शर्मिंदगी
बता दें कि नुपुर शर्मा के बयान के कारण भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषकर अरब देशों में, शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। ईरान, इराक, कुवैत, कतर, ओमान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव, लिबिया, पाकिस्तान और इंडोनेशिया समेत 15 से अधिक देश विवादित बयान पर अपना आधिकारिक विरोध दर्ज करवा चुके हैं। कतर, कुवैत, ईरान और ओमान तो मामले में भारतीय राजदूतों को तलब तक कर चुके हैं।