
बिहार में छठ पूजा के बाद होंगे विधानसभा चुनाव, मुख्य चुनाव आयुक्त दौरा 30 सितंबर को
क्या है खबर?
बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार 30 सितंबर को पटना पहुंचेंगे। इस दौरान उनके साथ अन्य चुनाव आयुक्त भी होंगे। इसी बीच चुनाव आयोग मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की अंतिम सूची भी जारी कर देगा, जिस पर अभी काम चल रहा है। बिहार में दौरा और तैयारियों का जायजा लेने के एक से दो दिन बाद चुनाव की घोषणा हो सकती है।
चुनाव
5 से 15 नवंबर के बीच हो सकते हैं चुनाव
इस बार दिवाली और छठ पूजा 18 अक्टूबर से लेकर 28 अक्टूबर के बीच होगी। ऐसे में मतदान इसके बाद ही रखने की संभावना है। बिहार में वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग इस तिथि से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश में जुटा है। संभावना है कि 5 से 15 नवंबर के बीच 3 चरणों में चुनाव प्रक्रिया संपन्न होगी। इसके बाद 20 नवंबर तक परिणाम की घोषणा कर दी जाएगी।
चुनाव
2015 में 5 चरणों में हुआ था मतदान
बिहार में 2020 के चुनाव 3 चरणों में हुए थे। तब पहला चरण 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर, दूसरा चरण 3 नवंबर को 94 सीटों पर और तीसरा चरण 7 नवंबर को 78 सीटों पर मतदान हुआ था। नतीजे 10 नवंबर को घोषित हुए थे। इससे पहले 2015 में, राज्य में मतदान 5 चरणों में हुआ था। इस साल भी 3 चरणों में ही चुनाव कराने की कोशिश है। बिहार में करीब 7 करोड़ मतदाता चुनाव में भाग लेंगे।
मुकाबला
इस बार कड़ा है मुकाबला
पिछले चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 125 सीटें और महागठबंधन ने 110 सीटें जीती थीं। NDA में जनता दल यूनाइटेड ने 43, भाजपा ने 74, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने 4 और विकासशील इंसान पार्टी ने 4 सीटें जीती थीं। महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल ने 75, कांग्रेस ने 19, वामदलों ने 16 सीटें जीती थीं। इस बार मैदान में प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी भी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हटाने के लिए महागठबंधन तैयारी में जुटा है।